बदायूं: बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सोमवार को केंद्र सरकार की मुफ्त अनाज योजना को छलावा बताया। उन्होंने कहा कि जनता इससे प्रभावित न हो क्योंकि यह अनाज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या भाजपा की जेब से नहीं बल्कि खुद गरीब जनता की गाढ़ी कमाई से दिया जा रहा है। इसी दौरान मायावती ने जनता को विरोधी पार्टियों के ‘खोखले वादों’ से आगाह करते हुए भाजपा पर भी कांग्रेस की ही तरह जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
जो मुफ्त राशन दिया जा रहा है, वह भाजपा की जेब से नहीं आ रहा है: मायावती
बता दें कि आज बसपा सुप्रीमो लोकसभा चुनाव प्रचार के तीसरे चरण का प्रचार करने बदायूं पहुंची थी। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए
केन्द्र सरकार की मुफ्त अनाज योजना का जिक्र किया। मायावती ने कहा कि वे (भाजपा नेता) लोगों से कहते हैं कि भाजपा और मोदी ने उन्हें मुफ्त राशन दिया है और उन्हें भाजपा को वोट देकर यह कर्ज चुकाना चाहिए, मगर लोगों को इससे गुमराह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो मुफ्त राशन दिया जा रहा है, वह मोदी जी या भाजपा की जेब से नहीं आ रहा है, बल्कि यह कर के रूप में दिए गया। आपके ही पैसे से दिया जा रहा है।
‘गरीब लोगों की जटिल समस्या केवल ‘हर हाथ को काम’ देने से ही खत्म होगी…’
मायावती ने कहा कि लोगों को यह सोचने की ज़रूरत नहीं है कि यह कोई कर्ज है जिसे चुकाना होगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि गरीब लोगों की जटिल समस्या केवल ‘हर हाथ को काम’ देने से ही खत्म होगी। अगर सरकार बनाने का मौका मिला तो उनकी पार्टी इस पर ध्यान देगी। बसपा अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ज्यादातर देखा गया है कि जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है, वहां सपा अपने परिवार के किसी व्यक्ति को टिकट देती है और जहां हिंदू संख्या में अधिक हैं, वहां मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा करती है। यह समाजवादी पार्टी का चरित्र है।
BJP ने भी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया: बसपा प्रमुख
बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी वाले बदायूं के मामले में सपा ने अपने परिवार के ही सदस्य (आदित्य यादव) को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी पार्टी बसपा में टिकट आवंटन को लेकर कोई भेदभाव नहीं है और सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलते हुए बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की तरह भाजपा ने भी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया है।
‘ये दल सत्ता में आने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे मगर…’
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों में मुसलमानों और धार्मिक अल्पसंख्यकों की तरक्की रुक गई है और हिंदुत्व की आड़ में अत्याचार और उत्पीड़न चरम पर है। मतदाताओं से कांग्रेस, भाजपा और उनके समर्थक दलों को सत्ता में आने से रोकने का आह्वान करते हुए बसपा अध्यक्ष ने आगाह किया कि ये दल सत्ता में आने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे मगर उन्हें रोकने के लिए उनकी पार्टी के लोगों को रहना होगा। रैली के दौरान मायावती ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों बदायूं से मुस्लिम खान, आंवला से आबिद अली और संभल से सौलत अली के लिए समर्थन मांगा और जनता से उन्हें विजयी बनाने की अपील की। इन तीनों सीट पर लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा।