राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता ने कथित तौर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों ने मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने और परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर सूरतगढ़ शहर में अस्पताल के शवगृह के बाहर धरना दिया।
श्रीगंगानगर पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि 25 मार्च को तीन लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था और 26 मार्च को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पीड़िता ने अपने घर में फंदा लगा लिया, जिसके बारे में बृहस्पतिवार सुबह पता चला। उन्होंने बताया कि परिजनों और स्थानीय लोगों ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार को शवगृह के बाहर धरना दिया और मामले को सुलझाने के लिए पुलिस तथा प्रशासन के साथ कई दौर की बातचीत हुई।
उन्होंने बताया कि ‘‘ वे अब पोस्टमॉर्टम के लिए सहमत हो गए हैं।” पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता ने कुछ दिन पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था लेकिन परिवार के सदस्यों ने उसे बचा लिया। इसके बाद ही उसने सामूहिक दुष्कर्म के बारे में परिजनों को बताया और 25 मार्च को राजियासर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई। उन्होंने बताया कि परिजनों के आरोपों की विस्तृत जांच कर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।