इस्लामाबाद: पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक पुलिस ने पिछले सप्ताह उत्तर पश्चिम क्षेत्र में आत्मघाती बम हमले में पांच चीनी श्रमिकों और उनके पाकिस्तानी चालक की हत्या के सिलसिले में छापेमारी कर कम से कम 12 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस और सुरक्षा बलों से जुड़े तीन अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार लोग मंगलवार को हुए बम हमले में सीधे रूप से शामिल नहीं थे लेकिन उन्होंने विस्फोट करने वालों की मदद की थी। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए कुछ लोगों के संबंध पाकिस्तानी आतंकियों से थे। अधिकारियों के अनुसार संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और छापेमारी की कार्रवाई भी जारी है।
मारे गए कर्मियों के शवों को सोमवार को एक विशेष पाकिस्तानी सैन्य विमान से वुहान लाया गया। इस बीच बीजिंग ने आतंकियों के हमले बढ़ने के मद्देनजर सीपीईसी परियोजनाओं में कार्यरत अपने सैकड़ों श्रमिकों की सुरक्षा के लिए उपाय बढ़ाने की योजना बनाई है। पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर प्रांत खैबर-पख्तूनख्वा में 26 मार्च को विस्फोटक से भरे एक वाहन ने एक बस को टक्कर मार दी थी, जिससे बस में सवार कम से कम पांच चीनी नागरिकों सहित छह व्यक्तियों की मौत हो गई। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। साठ अरब अमेरिकी डॉलर वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तत्वावधान में चल रही कई परियोजनाओं में हजारों चीनी कर्मी पाकिस्तान में काम कर रहे हैं।
चीन ने अपने नागरिकों की मौत के मामले में जांच के लिए गत शुक्रवार को अपने अधिकारियों को पाकिस्तान भेजा था और कई चीनी कंपनियों ने अशांत उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में जलविद्युत परियोजनाओं पर काम रोक दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पाकिस्तान में दासू परियोजना पर आतंकवादी हमले में मारे गए पांच चीनी नागरिकों के शव पाकिस्तानी सैन्य विमान से आज चीन वापस लाए गए।” पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चीनी नागरिकों पर जानलेवा आतंकी हमले के मामले में संयुक्त जांच का आदेश दिया था। बीजिंग ने इस्लामाबाद पर जोर दिया था कि हमलावरों की खोजबीन तेज की जाए और चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाये जाएं।