बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्चों की हत्या के मामले की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है। इस मामले में पकड़े गए दूसरे आरोपी जावेद ने कई ऐसी बातें बताई, जिससे पीड़ित परिवार आहत है। बच्चों के पिता विनोद का आरोप था कि पुलिस आरोपित की ही बातों को सही मानकर चल रही है। बच्चों के पिता ने अपनी बाईक में आग लगाकर आग में कूदने का प्रयास किया है। मौके पर मौजूद पुलिस के जवानों ने किसी तरह मृतक बच्चों के पिता विनोद को बचाया।इसके पहले ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें व उनके बच्चों को इंसाफ नहीं मिला तो वह परिवार समेत आत्मदाह कर लेंगे। इसके चलते शुक्रवार को पुलिस और प्रशासनिक अमला अलर्ट दिखाई दिया।
पीड़ित परिवार के घर के आसपास पुलिस तो पहले दिन से ही तैनात है। फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी वहां खड़ी कर दी गई है। पीएसी और पुलिस कर्मियों को आसपास भ्रमणशील रहने को कहा गया है लेकिन इस चेतावनी के बाद शुक्रवार को प्रशासनिक मूवमेंट देखा गया। एलआइयू व अन्य खुफिया एजेंसियों के लोगों को अलर्ट देखा गया। बार बार पिता से बात की जाती रही। खुद सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी पहुंचे। वहीं सीओ सिटी आलोक मिश्र और इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई ने भी अलग-अलग समय में बच्चों के पिता से मुलाकात कर कार्रवाई का भरोसा दिया। शाम को आने जाने वालों की चेकिंग भी शुरू कर दी गई थी।
पुलिस द्वारा किए गए आधे-अधूरे खुलासे से नाराज बच्चों के पिता ने परिवार के साथ आत्मदाह की चेतावनी दी थी। पीड़ित पिता के बयान से हर कोई स्पब्ध हो गया। वहीं, मासूम बच्चों की हत्या का आरोपी जावेद को सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार सुबह करीब 11.30 बजे सीजेएम मोहम्मद साजिद की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी जाबिद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस पूछताछ के लिए उसे जल्द रिमांड पर लेने की बात कह रही है।