राजस्थान के कोटा में एक कोचिंग छात्रा के कथित अपहरण के मामले में तीसरे दिन बुधवार को भी कोई सुराग नहीं मिल सका है।शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहान ने आज इस कोचिंग छात्रा को तलाशने में मदद मिल सकने के लिए उसकी पासपोटर् आकार की साफ तस्वीर सार्वजनिक की है जिसकी सूचना देने वाले को पुलिस ने पहले ही 20 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की हुई है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बैराड़ तहसील के कालामढ़ बैराड निवासी रघुवीर सिंह धाकड़ ने बताया कि उसने कोटा के कोचिंग के लिए पिछले साल सितंबर में कोटा की एक निजी कोचिंग संस्थान में उनकी पुत्री काव्या धाकड़ (20) को दाखिला दिलवाया था।
उन्होंने बताया कि छात्रा काव्या का सोमवार को एक फोटो तेजी से वायरल हुआ जिसमें वह रस्सी से बंधे नजर आ रही है और चेहरे पर खून के निशान भी है। फोटो के साथ यह संदेश भी वायरल हुआ कि लड़की का अपहरण कर लिया गया है। साथ ही बैंक खाते में 30 लाख रुपये नहीं डालने पर लड़की को मारने की धमकी भी दी गई। इस फोटो के वायरल होने के बाद डॉ. अमृता दुहान ने स्वत: संज्ञान लिया और इस मामले में किसी के रिपोटर् दर्ज करवाए जाने की प्रतीक्षा किए बिना विज्ञान नगर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 364-ए की के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीमें गठित कर कथित अपह्रत छात्रा काव्या धाकड़ की व्यापक पैमाने पर तलाश शुरू की।
इस पूरे प्रकरण को लेकर संदेहास्पद स्थित तब बनी जब कोटा की उस कोचिंग संस्थान ने काव्य धाकड़ का उनके यहां नामांकन होने तक से इनकार कर दिया है जिसके बारे में काव्या के पिता रघुवीर सिंह का दावा है कि वे खुद ही पहले पिछले साल सितंबर में इस कोचिंग संस्थान में दाखिला करवा कर गए थे। बाद में कोचिंग संस्थान में पढ़ाई के दौरान टेस्ट देने पर संस्थान की ओर से श्री सिंह के सेलफोन पर मैसेज भी मिला था। पुलिस की पूछताछ के दौरान कोचिंग संस्थान के संचालक ने कहा कि काव्या का उनके यहां रजिस्ट्रेशन की नहीं है तो टेस्ट लेकर सेलफोन पर मैसेज भेजने का तो सवाल ही नहीं है।
इस मामले में असमंजस की स्थिति के बावजूद पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ कोचिंग छात्रा की तलाश कर रही है क्योंकि इतना तो तय है कि कोचिंग छात्रा लापता तो है ही। जयपुर से मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर से लेकर पुलिस मुख्यालय तक से इस मामले में कोचिंग छात्रा को तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं।