नई दिल्ली। अशोक विहार में एक पेपर ट्रेडर के घर में घुसकर परिवार के सभी सदस्यों को बंधक बना हथियारों के बल पर दो करोड़ नकदी व करीब एक करोड़ रुपये मूल्य के जेवरात डकैती करने के मामले में शामिल दो बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक बदमाश बांग्लादेशी है। मुठभेड़ में दोनों तरफ से छह राउंड गोलियां चली।
कब्जे से पिस्टल और कट्टा बरामद
बदमाशों की तरफ से एक गोली एक इंस्पेक्टर के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी, जबकि पुलिस की एक गोली बांग्लादेशी बदमाश मिराज उर्फ मेहराज के पैर में लगने से वह घायल हो गया। दोनों के कब्जे से एक अत्याधुनिक पिस्टल और एक कट्टा बरामद किया गया।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर, क्राइम ब्रांच, संजय भाटिया के मुताबिक, हवलदार विनोद कुमार की सूचना पर इंस्पेक्टर अक्षय कुमार की टीम ने जब बृहस्पतिवार देर रात धुलसिरस गांव, द्वारका के पास मिराज व उसके साथी को रुकने का इशारा किया, तब दोनों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी। मिराज ने पिस्टल से दो गोलियां चलाई, जिनमें एक गोली इंस्पेक्टर अक्षय के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी।
फायरिंग में बाल-बाल बचा हवलदार
वह बाल-बाल बच गए। दूसरे बदमाश साहिद द्वारा कट्टे से गोली चलाने पर हवलदार गौरव बाल-बाल बच गया। जवाबी कार्रवाई में इंस्पेक्टर अक्षय द्वारा चलाई गई गोली मिराज के दाहिने पैर में लगी। वह बांग्लादेश का रहने वाला है और लूटपाट, डकैती, आर्म्स एक्ट आदि के पूर्व के पांच मामलों में शामिल रहा है।
सात मई 2023 की तड़के पांच बजे पांच नकाबपोश हथियारबंद बदमाश अशोक विहार में रहने वाले कारोबारी के घर में उस समय घुस गए थे, जब वह व उनके माता-पिता, पत्नी, बहन और बच्चे गहरी नींद मेें सो रहे थे। तीन बदमाशों के पास अवैध हथियार व अन्य के पास चाकू और घर तोड़ने के उपकरण थे। पीड़ित का ग्राउंड फ्लोर पर कार्यालय है, जबकि कारोबारी पहली मंजिल पर परिवार के साथ रहते हैं।
भूतल पर कार्यालय की खिड़की की लोहे की ग्रिल काटकर बदमाश इमारत में घुसकर पहली मंजिल पर जाने में कामयाब हो गए थे। पहले तो बदमाशों ने ऑफिस में तोड़फोड़ की। नकदी व अन्य कीमती सामान न मिलने पर वे कार्यालय के रास्ते घर में घुस गए थे और पीड़ित परिवार को जगाने के बाद गन प्वाइंट पर पूरे परिवार को बंधक बना लूटपाट की थी।
दो करोड़ नकद और जेवरात की हुई थी लूट
शुरू में नकदी न मिलने कारण बदमाशों ने कारोबारी व उनके स्वजन के साथ मारपीट की थी और बल्ला दिखाते हुए कारोबारी से नकदी और आभूषण का ठिकाना पूछ दो करोड़ से ज्यादा नकदी व और करीब दो किलो जेवरात लूट ली थी। भागने से पहले बदमाश कारोबारी के पूरे परिवार को एक कमरे में बंद कर बाहर से ताला जड़ दिया था। बदमाश सभी के मोबाइल फोन व डीवीआर अपने साथ लेकर भाग गए थे, ताकि उनकी पहचान करने में दिक्कत आए।
करीब तीन माह तक स्थानीय पुलिस को कोई सुराग नहीं मिलने पर केस को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया। साथ ही पुलिस आयुक्त ने सभी पर दो-दो लाख का इनाम घोषित कर दिया था। उसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने पिछले साल अगस्त में चार बदमाशों को गिरफ्तार केस की गुत्थी सुलझा लिया था।