राजस्थान पेपर लीक मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 35 सब इंस्पेक्टर्स को आरोपी बनाया है। इस मामले में 15 लोग हिरासत में लिए गए थे,जिसमें से 13 को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने SI भर्ती परीक्षा के टॉपर नरेश बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले का मास्टरमाइंड जगदीश बिश्नोई है, जिसे 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने मास्टरमाइंड जगदीश बिश्नोई से पूछताछ की। पुलिस विभाग में ट्रेनिंग ले रहे कई SI को संदिग्ध पाया गया और फिर उसके बाद उनके दस्तावेजों की जांच शुरू हुई। इससे पता चला कि कई डमी कैंडिडेट बिठाये गए थे और उन्होंने परीक्षा दी थी। आरपीए (राजस्थान पुलिस एकेडमी) डायरेक्टर से परमिशन मिलने के बाद एसओजी की टीम ने कार्रवाई शुरू की थी और फिर ये गिरफ्तारियां हुई हैं।
एसओजी-एटीएस चीफ का बयान
राजस्थान के एसओजी-एटीएस चीफ वीके सिंह ने बताया कि डालूराम ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में अपनी जगह हरीश को बिठाया था। इस मामले में हरीश की भी गिरफ्तारी हुई है। हरीश ने लिखित परीक्षा पास की थी और डालूराम ने फिजिकल पास कर लिया। इसके बाद वह ट्रेनिंग के लिए आरपीए चला गया। डालूराम से पुलिस ने पूछताछ की और कई इनपुट मिले। इसके बाद डालूराम ने ट्रेनिंग कर रहे हैं कई कैंडिडेट्स के नामों का खुलासा किया और पुलिस ने उनके दस्तावेजों की जांच शुरू की। पुलिस ने इन इनपुट के आधार पर 15 लोगों को हिरासत में लिया था और अब उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
एसआईटी को बड़ी सफलता मिली- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “नए भारत के नए राजस्थान में पेपर लीक की घटनाओं पर नियंत्रण किया जा रहा है। पेपर लीक रोकने के लिए गठित एसआईटी को बड़ी सफलता मिली है।”