समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने अब मांग की है कि उनके राजनीतिक प्रतीकों को भी भारत रत्न दिया जाना चाहिए। अखिलेश ने मांग की है कि राम मनोहर लोहिया, बी पी मंडल, चौधरी चरण सिंह और मुलायम सिंह यादव सहित सामाजिक न्याय आंदोलन के नेताओं को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने जीवन भर सामाजिक असमानता को दूर करने और पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों के उत्थान के लिए संघर्ष किया।
मिली जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव ने इस तथ्य की सराहना की कि मोदी सरकार ने बिहार के प्रमुख समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया था, जिन्होंने पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत की और उन्हें ‘जननायक’ या लोगों का नायक कहा जाता है।
आपको बता दें कि इस बीच, मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की मांग की है। एक्स पर एक पोस्ट में मायावती ने कहा, दलितों को अपने पैरों पर खड़ा करने में बसपा के जनक और संस्थापक कांशीराम का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि लोगों की इच्छा के अनुरूप उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करना जरूरी है।