शास्त्री नगर स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय में पढ़ने वाले नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों की पिटाई से चोटिल छठी कक्षा के छात्र की दो हफ्ते बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। घुटने व जोड़ों में चोट लगने के कारण छात्र को पहले एक सरकारी अस्पताल में इलाज कराया गया।
आराम न मिलने पर एक निजी अस्पताल में भी उसे इलाज कराया गया, लेकिन दोनों की अस्पताल के डॉक्टर उसका इलाज नहीं कर पाए। पिता का आरोप है कि दोनों अस्पतालों के डॉक्टर्स की लापरवाही से उसके बेटे की जान चली गई। घटना के बाद छात्र के पिता की शिकायत पर सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने मंगलवार को मेडिकल बोर्ड द्वारा छात्र के शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव स्वजन को सौंप दिया।
पुलिस कर रही पूछताछ
डीसीपी उत्तरी जिला मनोज कुमार मीना का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारण का पता लग सकेगा। रिपोर्ट आने के बाद मामले में जिसकी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सराय रोहिल्ला पुलिस बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टर्स के अलावा स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षकों से पूछताछ कर घटना के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही है।
पिता का आरोप- नहीं की गई अब तक कोई कार्रवाई
मरने वाले छात्र का नाम किनतन सारस्वत(11) है। किनतन के पिता राहुल सारस्वत का आरोप है कि उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य से इस बारे में शिकायत कर पिटाई करने में शामिल छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
11 जनवरी को गया था स्कूल
जानकारी के अनुसार, किनतन अपने परिवार के साथ सराय रोहिल्ला के शास्त्री नगर में रहता था। परिवार में पिता राहुल सारस्वत, मां सोनी और एक छोटी बहन है। किनतन इलाके के एक सर्वोदय बाल विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ता था। राहुल सारस्वत का कहना है कि किनतन बीते 11 जनवरी को स्कूल गया था।
टॉयलेट से निकलने के बाद हुआ झगड़ा
दोपहर में स्कूल से घर लौटने उसकी तबीयत खराब हो गई। उसके घुटने व जोड़ों में चोट लगी थी। पूछताछ करने पर किनतन ने बताया कि स्कूल में टॉयलेट से निकलने के दौरान नौवी-दसवी कक्षा के कुछ छात्रों से उसका झगड़ा हो गया था। छात्रों ने उसकी पिटाई कर दी और उसे फर्श पर पटक दिया था।