NCR: गुड़गांव पुलिस ने उस वक्त एक झोलाछाप डॉक्टर को काबू कर लिया जब पुलिस महिला के यौन शोषण और गर्भपात किए जाने के केस की जांच कर रही थी। पुलिस ने जांच के दौरान न केवल डॉक्टर का मेडिकल काउंसिल का रजिस्ट्रेशन फर्जी पाया बल्कि उसकी चाइनीज डिग्री पर भी पुलिस ने संदेह के घेरे में लिया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जब जांच शुरू की तो पाया कि आरोपी खुद को फिजिशियन बताता है, लेकिन रिकॉर्ड जांचने पर पाया गया कि वह न केवल गायनी डॉक्टर बनकर गर्भवतियों की डिलीवरी अथवा गर्भपात कराता था बल्कि अल्ट्रासाउंड करने और करवाने सहित कई अन्य बीमारियों का भी इलाज करता था। आरोपी ने तीन साल तक गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में बतौर फिजिशियन नौकरी भी की। बाद में उसने अपना क्लीनिक बनाया और यहां मरीजों का इलाज करने लगा। फिलहाल आरोपी ने कुछ समय पहले अपने क्लीनिक का ठिकाना बदला था।
सेक्टर-9 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप की मानें तो 23 नवंबर 2023 को थाने में एक महिला ने अपने साथ यौन शोषण किए जाने और जबरन गर्भपात कराए जाने की शिकायत दी थी। मामले में कार्रवाई करते हुए उन्होंने केस दर्ज कर एक आरोपी नवीन को 29 नवंबर 2023 को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी से पूछताछ में पता लगा कि उसने महिला का गर्भपात बसई रोड के एक क्लीनिक में कराया था। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो क्लीनिक बंद मिला। इस पर पुलिस ने जांच शुरू की तो पता लगा कि यह क्लीनिक डॉ मोहम्मद शोराब द्वारा संचालित किया जा रहा था जो गुड़गांव के नाथूपुर में गोड ब्लेस के नाम से दूसरा क्लीनिक चला रहा है। पुलिस ने नियमानुसार जांच में उसे शामिल किया और उसका पुराना रिकॉर्ड रजिस्टर अपने कब्जे में लिया जिसमें 9 मई 2023 को युवती का अबॉर्शन किया जाना व इसकी ऐवज में 5 हजार रुपए वसूलने का रिकॉर्ड मिल गया। पुलिस ने जब मोहम्मद शोराब से उसकी डिग्री मांगी तो यह पूरी पोल खुल गई।
थाना प्रभारी की मानें तो जांच के दौरान जब डिग्री मांगी गई तो आरोपी ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पेश किया जिसकी जांच कराने पर यह फर्जी पाया गया। जांच में सामने आया कि जो रजिस्ट्रेशन नंबर उसके सर्टिफिकेट पर है वह किसी डॉ चांदनी राजपूत का है। आरोपी ने अपनी एमबीबीएस की डिग्री दिखाई जिसमें चाइना से उसने चीन से हांसिल की है। इस पर पुलिस इन डिग्री की भी जांच करा रही है। थाना प्रभारी की मानें तो जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी के पास डिग्री व रजिस्ट्रेशन तो फिजिशियन के हैं, लेकिन वह महिलाओं की डिलीवरी कराने के साथ ही अन्य रोगों का भी इलाज करता था। वह गायनी सहित रेडियोग्राफर का भी काम करता था। ऐसे में उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया था। जिसे रिमांड पूरा होने के बाद अब जेल भेज दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।