अक्सर ऐसा सबके साथ जरूर हुआ होगा कि बचपन में जब आप खेला करते थे या फिर घर में ऐसे ही स्लीपर पहन कर घूमा करते थे, तब आपके बड़े बुजुर्ग कहते थे कि कुछ देर चप्पल सैंडल मत पहना करो और नंगे पांव चलने-दौड़ने, खेलने-कूदने की आदत डालो, इससे सेहत भी अच्छी रहेगी और साथ ही आंखों की रौशनी भी लंबे समय तक बनी रहेगी।
आप भी अगर कभी अपने दादा जी के साथ पार्क गए होंगे, तो आप ने यह देखा होगा कि वहां वे अपनी चप्पल एक तरफ रखकर घास में टहलने लग जाया करते होंगे और आपको भी घास पर टहलने के फायदे बता कर साथ में टहलाते होंगे। तो आइए जानते हैं कि नंगे पांव घास पर चलने के कितने फायदे हैं।
नंगे पांव घास पर चलने के फायदे
आयुर्वेद में हमारे पैर के तलवों से पूरे शरीर को स्वस्थ किया जाता है। मस्तिष्क, हार्ट, लिवर से लेकर किडनी जैसे अनेक शरीर के फंक्शन को सही किया जाता है और तो और कैंसर जैसी बीमारियों को भी ठीक करने का दावा किया गया है। ऐसे में हरी घास पर नंगे पांव घूमना हमारे शरीर के लिए कितना लाभदायक है आइए जानते हैं।
इम्युनिटी करें मजबूत
सुबह-सुबह ओस से भीगी हुई घास पर नंगे पांव चलने से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है ,क्योंकि हमारे पैर के तलवों में जो सेल्स होते हैं वे हमारे शरीर के अंदर के अंगों की नर्व से जुड़े हुए होते हैं, जिससे नंगे पांव हरी घास पर चलने से उसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है।
तनाव और एंग्जाइटी को खत्म करता है
सुबह-सुबह टहलना तो अपने आप में हमारा मूड फ्रेश कर देता है और अगर ऐसे में आप हरी मुलायम ओस से भीगी घास पर चलते हैं, तो इससे दिमाग शांत हो जाता है और साथ ही पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलने की वजह से पूरे शरीर को आराम मिलता है, जिससे आपको तनाव से मुक्ति मिलती है।
ब्लड प्रेशर और हार्ट की समस्या से मिले छुटकारा
रोजाना हरी घास पर चलने से जब दिमाग आराम महसूस करता है, तो ब्लड प्रेशर की समस्या से बचते हैं या अगर आपको बीपी है तो उसमें भी आराम मिलता है। साथ ही टहलने से आपकी हार्ट बीट ठीक रहती है, जिससे आपको किसी भी तरह की हार्ट डिजीज होने का खतरा कम होता है।
आंखों की रोशनी के लिए है वरदान
रोजाना हरी घास पर नंगे पांव टहलने से आपकी आंखों की रोशनी भी तेज होती है।