पानीपत : पानीपत जिले में कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे नव दंपती सुबह बेसुध मिले। मंगलवार की सुबह परिजनों ने दरवाजा तोड़कर दोनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया। दुखद घटना यह है कि एक दिन पहले सोमवार को युवक के पिता की तेरहवीं थी और अगले दिन पत्नी संग उसकी भी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक बबैल गांव निवासी राजबीर ने बताया कि उसका छोटा भाई गुरमीत एल्यूमीनियम दरवाजे बनाने का काम करता था। वह पांच भाइयों में चौथे नंबर का था। हाल ही में 23 दिसंबर को गुरमीत की पानीपत के रामनगर की तन्नू से शादी हुई थी। इसके बाद हाल ही में उसके पिता कृष्ण कुमार की अस्थमा से मौत हो गई थी, जिनकी सोमवार को तेरहवीं थी। इस दौरान दिनभर गुरमीत तेरहवीं में काम करता रहा। सभी काम कराने के बाद लगभग 11 बजे वह अपनी पत्नी तन्नू के साथ सोने के लिए कमरे में चला गया। उनके कमरे में अंगीठी जल रही थी। मंगलवार सुबह गुरमीत और तन्नू नहीं उठे तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इस पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो दोनों बेड पर बेसुध पड़े थे।