इंदौरा : अरनी यूनिवर्सिटी के चांसलर पर गत दिनों हुए कथित हमले के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को नामजद करते हुए गिरफ्तार किया है। उक्त लाेगों को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी इंदौरा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने टैक्नीकल इंटैलीजैंस व अन्य पर्याप्त साक्ष्य जुटाने में 3 दिन का समय लिया व सुर्खियों में आए इस मामले में पुलिस ने 3 व्यक्तियों को धर दबोचा। तीनों आरोपी इंदौरा क्षेत्र से संबंध रखते हैं। पुलिस ने शिकायतकर्त्ता द्वारा बताई गई आई20 कार को भी आरोपियों से कब्जे में लिया है।
एसडीपीओ नूरपुर विशाल वर्मा ने बताया कि पुलिस ने अभी तक उक्त 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जबकि 4 अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता मामले में पाई गई है जबकि अब तक की छानबीन व पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर जिन 4 अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं, वे फरार चल रहे हैं। उनकी धरपकड़ के लिए संभावित स्थानों पर पुलिस दबिश दे रही है। शीघ्र ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस के अनुसार आरोपियों के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज किया गया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों से अरनी यूनिवर्सिटी के चांसलर पर हमले का उद्देश्य पता करने का प्रयास भी पुलिस द्वारा किया जाएगा।
परवीन मिंदा के खिलाफ नहीं मिला सबूत
डिप्टी एसपी ने बताया कि पौंग बांध विस्थापन पुनर्वास बोर्ड के निदेशक मंडल के सदस्य व इंदौरा से जिला परिषद परवीन कुमार मिंदा के विरुद्ध अब तक की जांच में कोई सबूत नहीं पाया गया है। अलबता छानबीन जारी है। उन्होंने बताया कि यदि आगामी छानबीन में ऐसा कोई प्रमाण उनके विरुद्ध भी पाया जाता है तो नियमानुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बता दें कि अरनी यूनिवर्सिटी के चांसलर विवेक सिंह व रजिस्ट्रार त्रिलोचन सिंह द्वारा हमले में परवीन कुमार मिंदा को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध जानलेवा हमले का आरोप लगाया था।
यह है मामला
बता दें कि 2 जनवरी की रात को अरनी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार त्रिलोचन सिंह ने पुलिस थाना इंदौरा में लिखित में शिकायत पत्र देते हुए बताया कि रात लगभग 9:30 बजे उनकी गाड़ी को ओवरटेक करते हुए एक आई20 कार आगे खड़ी हो गई, तभी एक फॉरच्यूनर गाड़ी (एचपी 97ए-0999) ने भी रास्ता रोक दिया। इतने में आई20 कार से 6-7 लोग उतरे और डिक्की से लोहे की रॉड और डंडे निकालकर गाड़ी की तरफ भागे और गालियां निकालकर हमला कर दिया। तभी साथ बैठे चांसलर विवेक सिंह ने अपने लाइसैंसी रिवॉल्वर से हवा में दो फायर किए, जिस पर हमलावर रुक गए, इतने में वे अपनी गाड़ी को डमटाल थाना ले गए। बकौल शिकायतकर्त्ता उन्होंने हमलावरों की फॉर्च्यूनर गाड़ी में परवीन कुमार मिंदा को बैठे देखा और परवीन कुमार तथा 6-7 अन्य अज्ञात लोगों पर उक्त कथित हमले का आरोप लगाते हुए मुकद्दमा दर्ज करवाया लेकिन अभी तक की पुलिस जांच में परवीन कुमार घटनास्थल पर मौजूद नहीं पाया गया और जो लोग पाए गए, उनमें से 3 को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 4 की तलाश जारी है।