हांसी : जिसने 9 महीने कोख में पाला, उंगली पकड़कर चलना सिखाया, उस मां से ज्यादा बेटे को पैसा प्यारा हो गया। वह पैसे के लिए हैवान तक बन गया। दरअसल हरियाणा के हिसार से मां-बेटे के रिश्ते को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है। बेटे ने महज कुछ पैसों के लिए अपनी ही मां की हत्या कर दी।
दरअसल बता दें कि हांसी की विकास नगर कॉलोनी में मां ने अपने बेटे को पांच हजार रुपए देने से इंकार कर दिया तो बेटे ने उसकी गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। मां की हत्या के बाद आरोपित मां के शव को सूटकेस में डालकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंच गया। दारागंज थाने की पुलिस ने युवक को सूटकेस में अपनी मां की लाश के साथ गिरफ्तार किया है। दारागंज थाने पुलिस रात में संगम की तरफ गई तो वहां एक युवक सूटकेस खींचकर ले जाता दिखा। वह पुलिस को देखकर घबराए तो उसे हिरासत में लेकर पुलिस ने सूटकेस खोला तो उसमें महिला की लाश थी। पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया युवक हिमांशु कुमार बिहार में गोपालगंज जनपद का रहने वाला है। यूपी पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया है। यूपी पुलिस ने मामले की जांच के लिए हांसी पुलिस से संपर्क किया है। यूपी पुलिस हांसी आकर जहां पर आरोपी युवक व उसकी मां किराए पर रहती थी पूरी जानकारी जुटाएगी।
विकास नगर निवासी रेखा ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही हिमांशु और उसकी मां प्रतिभा किराए पर कमरा लेने के लिए आए थे। घर पर मेहमान आए हुए थे इसलिए उसके हिमांशु को दो दिन बाद मिलने की बात कही थी। रेखा ने बताया कि अगले ही दिन शाम को हिमांशु और उसकी मां अपना सामान लेकर उसके घर आ गए। हिमांशु और उसकी मां ने रोते हुए उसे बताया कि मकान मालिक ने उनका कमरा खाली करवा दिया। जिसके कारण अब रात को रहने के लिए उनके पास कोई ठिकाना नहीं है। तरस खा कर रेखा ने उन्हें रात में रूकने के लिए कमरा दे दिया और सुबह उनसे उनकी आई डी देने के लिए कह दिया। बार-बार आई डी मांगने पर भी हिमांशु और उनकी मां ने उन्हें आई डी नहीं दी। 13 दिसंबर को जब रेखा अपने काम से वापिस घर लौटी तो ऊपर कमरे पर ताला लगा हुआ था। देर रात भी किराएदारों के वापिस न आने पर उन्हें फोन लगाया गया तो फोन रिसीव नहीं किया। रेखा ने बताया कि वीरवार शाम को जब दोबारा फोन लगाया तो हिमांशु ने फोन उठाया। जिस पर उसने पेपर होने की बात कही। रेखा ने जब उसकी मां से बात करवाने की बात कही तो उसने बात टाल दी। रेखा ने बताया कि रात को करीब दो बजे उसके पास यूपी पुलिस का फोन आया। पुलिस ने उसे बताया कि हिमांशु ने उसकी मां की हत्या कर दी है और वह उसकी लाश के साथ पकड़ा गया है।
मां के शव को संगम में प्रवाहित करने के लिए पहुंचा था प्रयागराज
मां की हत्या के बाद आरोपी बेटा अपनी मां के शव का ठिकाने लगाना चाहता था। जिसके चलते वह अपनी मां के शव को सूटकेस में डालकर ट्रेन से 820 किलोमीटर का सफर तय कर प्रयागराज पहुंच गया। उसका इरादा मां के शव को सूटकेस से संगम में प्रवाहित करने का था। मगर इससे पहले ही वह पुलिस के हाथ लग गया। मां प्रतिभा वहां काटन मिल में काम करती थी। 13 दिसंबर की शाम उसने अपनी मां से पांच हजार रुपये मांगे। पैसे देने से इनकार करने पर उसने गुस्से में गला दबाकर मां प्रतिभा को मार डाला। इसके बाद मां की लाश बड़े सूटकेस में कपड़ों के साथ भरकर वह हिसार जनपद के रेलवे स्टेशन पर पहुंचा।
2 हजार में लिया था कमरा किराए पर
मकान मालकिन रेखा के अनुसार मां-बेटा दोनों परेशान रहते थे। बेटा हिमांशु हांसी में ही एक लाइब्रेरी में पढ़ाई करता था और उसकी मां प्रतिभा हवन सामग्री बनाने का काम करती थी। उन्होंने बताया कि वह एक सप्ताह पहले उन्होंने किराए के लिए मकान लिया था। किराए के लिए दो हजार रुपए में बात हुई थी। परंतु अभी तक ना तो उन्होंने किसी प्रकार की आइडी दी थी और ना ही किराए का एडवांस जमा करवाया था।
थाना प्रभारी उदयभान ने फोन पर बताया कि यूपी पुलिस की ओर से उन्हें इस मामले में जानकारी मिली है। यूपी पुलिस द्वारा ही मामला दर्ज किया गया है। यूपी पुलिस उनके इस मामले में कोई सहयोग मांगेगी तो उनका सहयोग किया जाएगा