नोएडा के पास अज्ञात हमलावरों के हमले में निजी सुरक्षा गार्ड की मौत के मामले में पुलिस ने शुक्रवार रात को मुठभेड़ के बाद एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसका दूसरा साथी भागने में सफल रहा। घायल बदमाश को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा गार्ड की पहचान मूल रूप से हरदोई जिले के निवासी धीरज (28) के रूप में हुई है। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जोन द्वितीय सुनीति ने बताया कि धीरज यहां रोजा याकूबपुर में रहता था और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में काम करता था। 14 दिसंबर को उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
मृतक धीरज सुरक्षा गार्ड के रुप में भी करता था काम
एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘धीरज को गुरुवार को उसके बड़े भाई ने बिसरख थाना अंतर्गत एक सुनसान इलाके में पड़ा हुआ पाया। धीरज एक सुरक्षा गार्ड के रूप में भी काम करता था। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन बाद में इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया।” अधिकारी ने बताया कि प्रतीत होता है कि उसे लाठियों से पीटा गया था और जब उसके भाई ने उसे देखा तो वह उसकी हालत गंभीर थी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान आज रात को पुलिस को एक मोटरसाइकिल से दो संदिग्ध आते दिखाई दिए। शक होने पर पुलिस ने उन्हें रूकने का इशारा किया, लेकिन बदमाश रुकने के बजाय पुलिस पर गोली चलाकर भागने लगे।
मुठभेड़ में एक बदमाश गिरफ्तार एक अंधेरे का फायदा उठाकर हुआ फरार
डीसीपी ने बताया की जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। पुलिस की गोली लगने से रोजा याकूबपुर गांव निवासी योगेंद्र उर्फ मेजर घायल हो गया जबकि उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गया। उन्होंने बताया कि घायल बदमाश को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि योगेंद्र के ऊपर पूर्व में लूटपाट, गैंगस्टर, डकैती सहित विभिन्न धाराओं में 9 मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी के दूसरे साथी की तलाश की जा रही है। जांच में पता चला कि धीरज ने आरोपी के परिवार की किसी महिला के लिए कुछ अपशब्द कह दिया था। इस बात का बदला लेने के लिए आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी।