जैसे विटामिन और मिनरल्स हमारी सेहत के लिए जरूरी हैं, वैसे ही फाइबर भी स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। फाइबर के अनेको फायदे जानने और उन्हें अपनी डाइट में शामिल करने से पहले जरूरी है कि आप ऐसी डाइट, उसके फायदे और नुकसान के बारे में सबकुछ जान लें। सबसे पहले, फाइबर स्वस्थ मल त्याग को बनाए रखने और कब्ज से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद करता है। फाइबर से भरपूर डाइट लार्ज इंटेस्टाइन में बवासीर के खतरे को कम करने में भी योगदान देता है। इस आर्टिकल में हम ऐसे डाइट के बारे में जानेंगे, जो फाइबर से भरपूर हैं।
फाइबर रिच फूड्स खाने के फायदे क्या हैं?
फाइबर रिच फूड आइटम्स में अलसी के बीज, बीन्स, ओट्स और ओट ब्रान (जई का चोकर) जैसी चीजें शामिल हैं, जो “खराब” कोलेस्ट्रॉल या लिपोप्रोटीन को कम करके कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए जाने जाते हैं। नतीजतन, फाइबर का सेवन हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने में भी भूमिका निभाता है।
2020 में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि हाई फाइबर से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है। इसके अलावा, फाइबर ब्लड सर्कुलेशन में चीनी के अवशोषण को धीमा करके ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करता है।
इतना ही नहीं डाइट में फाइबर की मौजूदगी आंत में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं, जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम हेल्दी रहता है। जानकारों की मानें, तो फाइबर रिच फूड्स को डाइट में शामिल करने से कुछ ही दिनों में डाइजेशन में काफी सुधार हो सकता है।
इसके अलावा, कुछ शोध से पता चलता है कि फाइबर का सेवन कुछ कैंसर जैसे कोलोरेक्टल कैंसर और स्तन कैंसर के खतरे को भी कम कर सकता है। साबुत अनाज फाइबर कोलोरेक्टल कैंसर के कम जोखिम से जुड़ा है, जबकि फलों से मिलने वाला फाइबर स्तन कैंसर के कम जोखिम से बचा सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक सॉल्यूबल फाइबर एक नेचुरल डिटॉक्स एजेंट के रूप में काम करता है, जो शरीर द्वारा अवशोषित होने से पहले एक्स्ट्रा एस्ट्रोजन और अनहेल्दी फैट जैसे संभावित हानिकारक कम्पाउंड को अवशोषित कर सकता है।
इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि फाइबर हार्ट डिजीज और कुछ कैंसर के खतरों को कम करके लंबा जीवन जीने में योगदान देता है।
डाइट में फाइबर को शामिल करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।