कोविड-19 के सब वेरियंट जेएन.1 का एक मामला आठ दिसंबर को केरल में सामने आया है। अधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि आरटी पीसीआर जांच में 79 वर्षीय महिला का सैंपल पॉजीटिव पाया गया। महिला में इन्फ्लूएंजा जैसे हल्के लक्षण नजर आ रहे थे।
सिंगापुर से तमिलनाडु आया संक्रमण
सूत्रों का कहना है कि भारत में वर्तमान में कोविड के 90 प्रतिशत मामले काफी कमजोर हैं। अधिकतर पीड़ित होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। इससे पहले सिंगापुर में एक भारतीय इस सब वेरियंट जेएन.1 से पीड़ित मिला था। वह तमिलनाडु के त्रिचुरापल्ली का रहने वाला है। उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी। हालांकि, उसके संक्रमित पाए जाने के बाद त्रिचुरापल्ली या तमिलनाडु के अन्य किसी स्थान पर कोविड के मामले में किसी तरह की वृद्धि नहीं देखी गई।
लक्जमबर्ग में मिला पहला केस
वहीं, भारत में जेएन.1 सब वेरियंट का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है। जेएन.1 सब वेरियंट सबसे पहले लक्जमबर्ग में पहचाना गया था। इसके बाद यह दुनिया के अन्य स्थानों में फैल गया। यह पिरोला वेरियंट (बीए.2.86) का वंशज है। इसमें स्पाइक प्रोटीन में महत्वपूर्ण संख्या में म्यूटेशन की क्षमता है, जो बढ़ती संक्रामकता और प्रतिरक्षा तंत्र को धोखा देने की क्षमता रखता है।