मध्य प्रदेश में वर्ष 2007- 08 में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा में पास हुए शिक्षकों पर फर्जी अंकसूची और कूट रचित दस्तावेज लगाकर नौकरी पाने के मामले में पुलिस ने जांच के बाद 8 आरोपियों पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। आपको बता दें कि वर्ष 2007 और 2008 में शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी इस परीक्षा में फर्जी दस्तावेज इन शिक्षकों ने लगाए थे।
ग्वालियर के भितरवार इलाके में फरियादी गौरी शंकर राजपूत ने Fir दर्ज कराते हुए बताया था कि जनपद पंचायत भितरवार में पदस्थ शिक्षा कर्मियों द्वारा फर्जी एवं कूट रचित अंकसूचियों के जरिए शासकीय नौकरी का लाभ भी उठाया था उन्होंने इस मामले में धर्मेंद्र सिंह यादव, भगवत शर्मा, कृष्णा पान सिंह यादव, अनिल पाठक, बृजेंद्र सिंह रावत, अरविंद सिंह राणा, सतीश कुमार रजक, केशव सिंह, पर फर्जी दस्तावेज लगाकर शासकीय नौकरी पाने का आरोप लगाया था।
इस मामले की पुलिस जांच कर रही थी और पुलिस ने अब आठ आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और कूट रचनाकार शासकीय नौकरी पाने की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले पर एडिशनल एसपी का कहना है की जांच की जा रही है।