प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्या के राष्ट्रपति विलियन रुतो के साथ हिंद महासागर के क्षेत्र में समुद्री डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद से संयुक्त रूप से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। पीएम ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद एक बड़ी चुनौती है और इससे निपटने के लिए आपसी सहयोग की ज़रुरत है।
केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो के साथ प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”भारत और केन्या इस बात पर एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती है. इस संबंध में, हमने आतंकवाद-निरोध के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है।” पीएम मोदी ने केन्या से मिल रहे समर्थन के लिए केन्या के राष्ट्रपति रुतो का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, ”आज सांस्कृतिक आदान-प्रदान समझौते पर हस्ताक्षर होने से हमारी आपसी निकटता और बढ़ेगी।”
इसके अलावा, इंडो-पैसिफिक पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और केन्या के बीच घनिष्ठ सहयोग इंडो-पैसिफिक में हमारे सभी प्रयासों को मजबूत करेगा। अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होने कहा कि हम दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने की कोशिश को जारी रखेंगे।