उत्तर प्रदेश में वाराणसी के लंका क्षेत्र के मदरवा इलाके स्थित एक मकान में दो बहनें अपनी मां के कंकाल के साथ रह रही थीं जिसकी करीब एक साल पहले मौत हो गई थी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि महिला की एक साल पहले मौत हो गई थी, लेकिन उसकी दोनों बेटियों ने उसका अंतिम संस्कार नहीं किया था और उसके शव को एक कमरे में बंद कर दिया था। पुलिस के अनुसार इसकी सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
मां के कंकाल के साथ रह रही थीं उसकी 2 बेटियां
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लंका के थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र ने बताया कि लंका के सामनेघाट, मदरवा निवासी उषा त्रिपाठी (52 वर्ष) की लंबी बीमारी के बाद दिसंबर 2022 में मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि जब पुलिस उक्त मकान में पहुंची तो पाया कि महिला का शव कंकाल में तब्दील हो गया है। पुलिस के मुताबिक उषा त्रिपाठी के पति 2 साल पहले घर छोड़कर चले गये थे और अपनी पत्नी की मौत के बाद भी घर वापस नहीं आये। पुलिस के अनुसार उनकी दो बेटियों पल्लवी त्रिपाठी (27) और वैश्विक त्रिपाठी (18) ने अपनी मां की मौत के बाद शव का अंतिम संस्कार नहीं किया और शव को एक कमरे में बंद कर दिया।
पुलिस ने दोनों लड़कियों को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच की जा रही
पुलिस के अनुसार पिछले एक सप्ताह से दोनों घर से बाहर नहीं निकल रही थीं और घर का दरवाजा बंद था जिससे पड़ोसियों को शक हुआ। पुलिस ने बताया कि जब पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची । थाना प्रभारी मिश्र ने बताया कि जब मकान का दरवाजा नहीं खोला गया तो पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी और भीतर एक कंकाल मिला। उन्होंने बताया कि महिला की दोनों बेटियां भी उसी कमरे में बैठी मिलीं। पुलिस ने दोनों लड़कियों को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच की जा रही है।