फरीदाबाद : साले से रंजिश का बदला लेने के लिए बहनोई ने हैवानियत की हदें पार कर दीं। उसने साले के बेटे यानी अपने भतीजे का बेरहमी से कत्ल कर डाला। बच्चा एन.आई.टी. की भगत सिंह कॉलोनी में मंगलवार से गायब था। 6 साल के बच्चे का शव पास में रहने वाली उसकी बुआ बबीता के घर से बरामद हुआ है। शव मकान के ऊपर बने कमरे में बैड के अंदर छिपाया हुआ था। बच्चे के हाथ-पैर बंधे हुए थे। पुलिस के डॉग स्क्वायड की टीम ने शव ढूंढकर निकाला। शव पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान अस्पताल भिजवाया गया है। एन.आई.टी. थाने में बच्चे के अपहरण का मुकद्दमा दर्ज था। उसमें अब हत्या की धाराएं भी जोड़ दी हैं। पुलिस ने बच्चे के फूफा को हिरासत में लिया है।
खून के आंसू रुलाने की दी थी धमकी
बच्चे की मां सिमरन ने बताया कि उनकी ननद बबीता से बलराम अक्सर मारपीट करता था। करीब 4 साल पहले उसने बबीता के साथ मारपीट की थी। बच्चे के पिता और बबीता के भाई भानू ने अपने बहनोई बलराम में दो-चार थप्पड़ जड़ दिए। उस समय बलराम ने रंजिश पाल ली थी और खून के आंसू रुलाने और बर्बाद करने की धमकी दी थी। इसी रंजिश के चलते उसने बच्चे को अपने मकान के ऊपर वाले कमरे में ले जाकर मार दिया। अब पुलिस बच्चे की बुआ बबीता से भी पूछताछ कर रही है। पता चला है कि जिस दिन बच्चा गायब हुआ उस दिन बलराम मोमोज लाया था। मोमोज खिलाने के बहाने उसने शिवांश को अपने घर बुला लिया और चुपके से उसे ऊपर वाले कमरे में ले गया। उक्त कमरे में कोई सोता या रहता नहीं था।
यह था पूरा मामला: बच्चे के पिता
भानू ने पुलिस को बताया था कि उनका छोटा बेटा शिवांश उर्फ छोट मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे घर के बाहर खेल रहा था। उसके बाद कहां चला गया इसका पता नहीं लगा। उन्होंने बच्चे के अपहरण का शक जाहिर किया था। बच्चे की खूब तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं लगा। इसके बाद एन.आई.टी. थाना पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया था। बच्चे के घर के सामने एक मकान के बाहर सी.सी.टी.वी. कैमरा लगा है। इसकी फुटेज से पता लगा कि बच्चा पास में रहने वाली अपनी बुआ के घर गया था लेकिन बाहर नहीं निकला। शक के आधार पर पुलिस ने बच्चे के फूफा बलराम के बच्चों से पूछताछ की। पता लगा कि बलराम दिल्ली में एक फैक्टरी में काम करता है और महीने में दो-तीन बार यहां आता है। जिस दिन बच्चा गायब हुआ था उसी दिन बलराम चला गया था। उसके बाद से घर नहीं आया। पुलिस ने डॉग स्क्वायड की मदद से बच्चे का शव ढूंढा। इसके बाद बलराम को दिल्ली जाकर काबू किया और सख्ती से पूछताछ की।
पार की हैवानियत की हदें
बच्चे का शव देखकर साफ है कि आरोपी ने हत्या से पहल हैवानियत की हदें पार कर दी। उसने पहले बच्चे की दोनों आंखें फोड़ीं। इसके बाद बच्चे के शरीर पर जगह-जगह दांतों से काटा। बच्चे के पूरे शरीर पर दांतों से काटे जाने के निशान हैं। इसके बाद गर्दन तोड़कर उसकी हत्या कर दी। आसपास के लोग भी इस हादसे को लेकर सहम गए।