मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में सनातन धर्म, भगवान राम, मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुद्दे के बाद नफरती हिंदू की भी इंट्री हो गई है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के नफ़रती हिंदू नहीं हूं के बयान पर इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पलटवार कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से नफ़रती हिंदू पर अपनी प्रतिक्रिया देने की मांग की है।
दरअसल पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने एक बयान में कहा था कि मैं नफ़रती हिंदू नहीं हूं, जिसपर इंदौर महापौर ने जीतू पटवारी पर पलटवार किया है। महापौर ने कहा कि मैं कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व, कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व राहुल गांधी, सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं क्या हिन्दू नफरती है। जीतू पटवारी को यह कहना पड़ा मैं नफरती हिन्दू नहीं हूं। उन्होंने आगे कहा हिन्दू हमेशा से सहिष्णु, प्रेमी, हर पंथ का हर वर्ग का सम्मान करने वाला है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस धर्म के आधार पर पंथ के आधार पर लोगों को बांट कर यह चुनाव लड़ना चाहती है।
जीतू पटवारी हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को भी सनातन भगवान राम और हिंदू विरोधी बताया है और कहा है कि कांग्रेस लगातार सनातन धर्म भगवान राम और हिंदू धर्म का अपमान करती आई है। यह वही कांग्रेस है जो भगवान राम को काल्पनिक बताया था। दिग्विजय सिंह ने भगवा आतंकवाद शब्द देने की कोशिश की थी। अब जीतू पटवारी नफ़रती हिंदू लेकर आए है जिससे हिंदू धर्म का अपमान हुआ है। वही कांग्रेस प्रवक्ता चरणसिंह सपरा के सिंधी समाज को बदनाम करने वाले आरोप को भी ग़लत बताया है और कहा कि बीजेपी ने पाकिस्तान बांग्लादेश में रह रहे हिंदू सिंधी समाज के लोगों को भारत की नागरिकता देने का काम किया है। कांग्रेस सिंधी समाज को भ्रामक करने की कोशिश कर रही है।