भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। बता दें कि टिकट नहीं मिलने से कांग्रेस के कुछ नेता नाराज चल रहे हैं। जिनको मनाने के लिए अब कांग्रेस ने नया फॉर्मूला तैयार किया है। फिलहाल नाराज वरिष्ठ नेताओं को संगठन में जगह दी जा रही है और सरकार बनने के बाद बागियों को मंडल में एडजस्ट भी किया जा सकता है।
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को मिली असंतुष्ट नेताओं को साधने की जिम्मेदारी
वहीं कांग्रेस हाई कमान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को असंतुष्ट नेताओं को साधने की जिम्मेदारी सौंप दी है । बता दें कि मध्य प्रदेश की जोबट विधानसभा सीट से सुरपाल सिंह ने निर्दलीय फॉर्म जमा किया है। वहीं बड़नगर से मोहन सिंह और सुमावली से कुलदीप सिंह सिकरवार भी चुनाव लड़ रहे हैं। सभी असंतुष्ट नेताओं से कमलनाथ और दिग्विजय सिंह मुलाकात करेंगे।
इसी के साथ कांग्रेस ने एक बड़ा प्लान भी तैयार किया है। कांग्रेस सरकार बनने के बाद निगम मंडल और बोर्ड में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के करीब 90 पदों पर कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री का दर्जा देकर नाराज नेताओं को एडजस्ट करेगी और विकास प्राधिकरण सहकारी संस्थाओं में भी असंतुष्टों को पद दिया जाएगा।
वहीं भाजपा के नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी में कोई भी असंतुष्ट नहीं है। भाजपा के नेताओं का कहना है उनका एक-एक कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करता है और कमल का चुनाव चिन्ह ही प्राथमिकता है। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी अपनी – अपनी जीत का दावा भी कर रही हैं।