दिल्ली से सटे नोएडा समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। गाजियाबाद, मेरठ का बुरा हाल है, यहां दिन भर धुएं और धूल से भरी धुंध देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो रही। हवा में जहर गुल रहा है। इस वजह से लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है।सोमवार को ग्रेटर नोएडा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली दूसरे नंबर पर रहा। लेकिन आज यानी 24 अक्टूबर को हवा थोड़ी सी बेहतर हो गई है और AQI भी थोड़ा बेहतर हो गया है।
नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक नोएडा सेक्टर 62 में आज सुबह आठ बजे एक्यूआई 237 दर्ज किया गया, जो खराब हवा की श्रेणी में आता है। गाजियाबाद में सोमवार के मुकाबले स्थिति सुधरी है, लेकिन हवा अब भी बेहद खराब है। गाजियाबाद के लोनी में एयर क्वालिटी इंडेक्स आज 311 रहा है और हवा की क्वालिटी बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। जहां सुबह और शाम के समय समोग पड़ रही है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
यूपी के इन जिलों में भी हवा बेहद खराब
यूपी के मेरठ में गंगानगर स्टेशन में आज एयर क्वालिटी इंडेक्स 220 रहा और हवा की श्रेणी खराब क्वालिटी में हैं। बागपत में हवा की क्वालिटी मोडरेट (मध्यम) है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 150 दर्ज की गई है, बरेली के सिविल लाइंस में हवा की श्रेणी मोडरेट रही और एक्यूआई 119 दर्ज किया गया। कानपुर के किदवई नगर में भी हवा की क्वालिटी मोडरेट रही है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 118 रहा है। राजधानी लखनऊ के गोमती नगर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 97 रहा और यहां हवा की गुणवत्ता संतुष्ट श्रेणी यानी सांस लेने के लायक आज बनी हुई है। वाराणसी में भी हवा साफ बनी हुई यहां पर एक्यूआई लेवल 91 और हवा की क्वालिटी संतोषजनक रही।