इजरायल और हमास की लड़ाई के बीच उन निर्दोष परिवारों और मासूम बच्चों का क्या दोष है, जिनकी युद्ध के दौरान जान चली गई या जिनके परिवार में कोई जिंदा नहीं बचा। छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं, जिनका उनके सिवा, परिवार में कोई नहीं बचा। दरअसल, इजरायल और हमास के दौरान गाजा की एक 4 साल की बच्ची के घर पर हुई बमबारी में उसके सारे परिवार की जान चली गई। जब उस बच्ची की अस्पताल में आंखें खुलीं तो उस वक्त उसके आसपास कोई अपना नहीं था। इधर उधर देखने के बाद भी जब उसे कोई नजर नहीं आया तो वह घबरा गई। बच्ची के परिवार में 14 लोग थे, जिनमें से 13 लोंगो की मौत हो चुकी है
दूसरी जगह रहने के कारण बची
गाजा में इजरायल द्वारा गिराए गए बम के कारण उसका पूरा परिवार खत्म हो गया, परिवार के 13 लोंगो की मौत के बाद 4 साल की बच्ची खान यॉनिस अस्पताल में भर्ती है। बच्ची का नाम फुला अल-लहम बताया जा रहा है। उनका पुरा घर मलबे में तब्दील हो चुका है। बच्ची के परिवार में जिनकी मौत हुई, उनमें उसकी माता-पिता और बहन-भाई भी शामिल थे। फुला की दादी उम-मोहम्मद अल-लहम, दूसरी जगह रहने के कारण बच गई।
अचानक हुआ था घर पर हमला
उन्होंने अपने बयान में कहा कि बिना किसी चेतावनी के अचानक उनके घर के उपर बमबारी शुरु कर दी, जिसमें उनके परिवार में उनकी पोती फुला के सिवा कोई नहीं बचा। सदमें के कारण फुला बहुत डरी हुई है, वो किसी से भी बात नहीं कर रही है। फुला केवल अपने अस्पताल वाले पलंग पर लेटी है। आगे कहते हुए उसकी दादी ने कहा, “फुला, मेरी बच्ची को में खुशनसीब मानती हूं क्योंकि उसको आपनी जिंदगी को जीने का एक और मौका मिला है।”
इसी बीच गाजा के रेस्क्यू अधिकारियों का कहना है कि शनिवार से अब तक 2450 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें एक चौथाई से ज्यादा बच्चे हैं। इतना ही नही करीब 10,000 से ज्यादा लोग घायल हैं। रेस्क्यू टीम के वर्कर्स हमलों में बचे लोगों की तलाश करने में दिन रात लगा रहे हैं। शनिवार को तकरीबन सुबह करीब 6 बजे के आस पास आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर 20 मिनट में 5000 रॉकेट छोड़ने का दावा किया था। हमास के आतंकी दक्षिणी इजरायल की तरफ से इजरायल में दाखिल हुए थे।