नोएडा में स्कूल परिसर में सहपाठी के साथ कथित तौर पर मारपीट एवं छेड़छाड़ करने के आरोप में पांच छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पीड़िता के पिता ने दावा किया कि उन्होंने नौ अक्टूबर को स्कूल के प्रधानाध्यापक को “यौन उत्पीड़न” की पहली घटना की सूचना दी थी, लेकिन आरोपियों ने 13 अक्टूबर को उनकी बेटी के साथ फिर से दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
नोएडा सेक्टर-100 में स्थित निजी स्कूल ने कहा कि उसने इस मामले की अपने स्तर पर भी जांच शुरू कर दी है। वहीं पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, “कक्षा 11 में पढ़ने वाली छात्रा के साथ उसके सहपाठियों ने मारपीट की। सेक्टर-39 पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद लड़की को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।”
प्रवक्ता के अनुसार, मामले में सभी आरोपों पर गौर फरमाते हुए उनकी उचित तरीके से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “शिकायतकर्ता और आरोपी सभी नाबालिग हैं। पीड़िता ने ई-मेल के माध्यम से स्कूल के प्रधानाध्यापक को इस घटना की जानकारी दी थी । उसकी शिकायत के बाद स्कूल ने क्या कार्रवाई की, इसकी भी जांच की जा रही है।”
पुलिस के मुताबिक, मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147 (दंगा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 352 (हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 345 ए (यौन हमला) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस को 13 अक्टूबर को दी शिकायत में पीड़िता के पिता ने दावा किया कि जब उनकी बेटी ने स्कूल के प्रधानाध्यापक को सहपाठियों द्वारा की गई “अश्लील” बातों और “यौन उत्पीड़न” के बारे में सूचित किया और उनके कथित कृत्यों पर आपत्ति जताई, तो आरोपियों ने उससे कहा कि “हम किसी भी हद तक जा सकते हैं।”
पिता ने आरोप लगाया, “इसकी जानकारी दिए जाने के बावजूद स्कूल ने कुछ नहीं किया। 13 अक्टूबर को मेरी बेटी ने दोपहर में एक बार फिर मुझे फोन करके बार-बार होने वाले दुर्व्यवहार की जानकारी दी। मैंने तुरंत प्रधानाध्यापक को फोन किया और पूछा कि क्या हो रहा है। वह सिर्फ मामले की जांच का आश्वासन देते रहे।” पिता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी छात्रों में से एक ने उनकी बेटी को जान से मारने की धमकी दी। इस बीच, शनिवार को जारी एक बयान में स्कूल ने कहा कि वह परिसर में हुई “दुर्भाग्यपूर्ण घटना” से अवगत है। बयान के अनुसार, ”मामले की गहन जांच की जा रही है।”