सीतामढ़ी: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि इस दिवाली जाति-धर्म के नाम पर कंगाल करने वाले नेताओं को झाड़ू मारकर बाहर भगाइए, वरना आपके बच्चों का जीवन भीख मांगते बीतेगा।
‘क्या पंजाब से कोई नौकरी करने बिहार आ रहा है?’
प्रशांत किशोर ने जन संवाद के दौरान कहा कि जन सुराज व्यवस्था बनाने का जो प्रयास शुरू किया गया है, जब ये व्यवस्था बनेगी तब नाली गली बने या न बने, स्कूल अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा, लेकिन एक साल के अंदर जितने आपके घर के लोग बाहर राज्यों में मजदूरी करने गए हैं और आपके जो बच्चे बेरोजगार बैठे हैं उन सभी के लिए 12 से 15 हजार का रोजगार का व्यवस्था इसी बिहार में कर के देंगे। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में बहुत सारे लोग कह रहे हैं कि झूठ बोल रहे हैं ये कैसे देंगे, मैं आपको बताता हूं आप जरा बताइए कि क्या आज हरियाणा, पंजाब से कोई नौकरी करने बिहार आ रहा है? क्यों नहीं आ रहे हैं उस प्रदेश में भी तो गरीब हैं वहां पर भी लोग मजदूर हैं, वहां पर भी नेता चोरी कर रहा है लेकिन इतना व्यवस्था उन राज्यों में हो गई है कि किसी भी आदमी को 12 से 15 हजार के रोजगार के लिए उन राज्यों में लोगों को सोचना नहीं पड़ रहा है। अगर ये व्यवस्था पंजाब हरियाणा में हो सकता है तो बिहार में भी तो हो सकता है।
‘वोट नेता का चेहरा नहीं बल्कि अपने बच्चों का चेहरा देखकर दीजिए’
लोगों को वोट की ताकत का एहसास कराते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगली बार वोट नेता का चेहरा देखकर नहीं अपने बच्चों का चेहरा देख कर वोट देना है। इस बार वोट का कीमत होगी रोजगार और पढ़ाई। अभी दिवाली आ रही है। दिवाली में लक्ष्मी जी को बुलाने के लिए क्या करना पड़ता है? सबसे पहले यानि कि पूजा से भी पहले झाड़ू मारकर सफाई करते हैं। बिहार के जितने भी नेता हैं जिन्होंने आपको लूटकर कंगाल बनाया है, चाहे आपकी जाति का है या धर्म का, अगर कंगाली खत्म करना है लक्ष्मी जी को घर में बुलाना है तो आपके जाति का हो या धर्म का झाड़ू लेकर सबको बाहर भगाइए, बिहार तभी सुधरेगा वरना आपके बच्चों का जीवन इसी भिखारी पने में गुजरेगा।