समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जेपीएनआईसी का गेट फांदकर अंदर दाखिल होने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में भाजपा सपा पर लगातार सवाल खड़े कर रही है। बीजेपी के लोगों का कहना है कि जब अखिलेश यादव को वहां जाने की इजाजत नहीं थी तो वो वहां क्या करने गए थे। क्या वह वहां नोटंकी करने गए थे। दोनों पार्टियों में इस बात पर जमकर सियासत देखने को मिल रही है। इसी बीच अब अखिलेश ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और ऐसा करने की वजह बताई है।
अखिलेश यादव का कहना है कि ‘लोग यहां आते तो समाज के लोगों में ये संदेश जाता कि आखिरकार जेपी नारायण जी ने क्या किया है। लोगों को प्रेरणा मिलती, लेकिन आपने उस म्यूजियम को ही बर्बाद कर दिया, ऐसा इसलिए किया कि आप लोगों को उसे देखने ही देना नहीं चाहते हैं। अखिलेश ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े भरोसे के साथ, हमने सपना देखा था कि उनका एक विश्वस्तरीय म्यूजियम बने और इसलिए ये म्यूजियम बनाया था। ये सरकार सबके सपने तोड़ती है, ये सरकार सपने तोड़ने वाली सरकार है। उन्होंने वहां पर ताला क्यों लगवाया? एक दिन पहले ही वहां टीन शेड क्यों लगवाई? और अधिकारियों के ये निर्देश क्यों दिए कि कोई भी सपा के लोग वहां नहीं जा सकते?
सपा प्रमुख ने बताया कि वह जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए वहां गए थे, लेकिन जब वहां पहुंचे तो ताला बंद कर दिया गया। इसे देखकर जेपी को याद करके, जिन्होंने हमें लाल टोपी दी उनके लिए मैं उस बाउंड्री पर चढ़ गया। अगर जेपी के लिए ये करना पड़ा तो क्या किया.. हमने, कुछ भी नहीं किया, उनका योगदान बहुत बड़ा है, उन्होंने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था, जिन्होंने कांग्रेस को दिल्ली से हटा दिया था। अखिलेश ने सरकार पर आरोप लगाया कि जेपीएनआईसी को बर्बाद करना चाहती है। ये सरकार जो नुकसान करता है उसकी जेब से ही भरपाई करती हैं तो क्या जेपीएनआईसी को हुए नुकसान की भरपाई सीएम योगी अपनी जेब से करेंगे।