DELHI : ब्रह्म शक्ति अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी के दौरान महिला की मौत हो गई। इसे लेकर स्वजन ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। डिलीवरी के दौरान बच्ची पैदा हुई है।
स्वजन ने किया सड़क जाम
गुस्साए स्वजन न्याय की मांग को लेकर सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाए। करीब आधा धंटे से रास्ता बंद है और कोई पुलिसकर्मी या अधिकारी प्रदर्शनकारियों से मिलने या रास्ता खुलवाने नहीं पहुंचा है।
स्ट्रेचर पर दर्द में कराहते रहे मरीज, बेड के अभाव से इलाज हुआ प्रभावित
उधर, दिलशाद गार्डन स्थित गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं का खामियाजा मरीजों व उनके तीमारदारों को भुगतना पड़ रहा है। आलम यह है कि मरीजों को स्ट्रेचर पर ही ड्रिप चढ़ाई जा रही है। मंगलवार को अस्पताल के इमरजेंसी ब्लाक में स्ट्रेचर पर पड़े दो ऐसे मरीजों से मुलाकात हुई, जिन्हें इलाज के लिए वार्ड में शिफ्ट होने व बेड मिलने का इंतजार था।
इलाज के प्रभावित होने से कराहते हुए मरीज की हालत को देखकर तीमारदार भी काफी परेशान दिखे। इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अस्मिता एम राठौर से मिलकर पक्ष जानने की कोशिश की गई तो पता चला कि उनसे मिलने के लिए किसी विधायक का पत्र लाना होगा। इसके पश्चात फोन व मैसेज कर पक्ष मांगा गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
हापुड़ के नारायणपुर से आए मरीज धीरज सिंह के पुत्र रामकुमार ने बताया कि सोमवार रात में पिता के शरीर में दर्द हुआ व खून की कमी महसूस हुई थी। वह पिता को लेकर सुबह 11 बजे राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल पहुंचे। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जीटीबी रेफर कर दिया गया।
वह दोपहर करीब एक बजे जीटीबी के इमरजेंसी में पहुंचे थे। जहां उन्हें एक्स-रे के लिए बोला गया। एक्स-रे के इंतजार में तीमारदार बिना किसी स्टैंड के ही मरीज को स्ट्रेचर पर लेटाकर ग्लूकोज चढ़ा रहे थे। अस्पताल की लापरवाही से मरीज की तबीयत बिगड़ती गई और वह कंपकंपाने लगे।