कोतवाली क्षेत्र के रूप नगर में मकान में शनिवार सुबह अवैध पटाखा फैक्ट्री ढहने के मामले में पुलिस ने आरोपित फैक्ट्री मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक अधिनियम की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वहीं, फॉरेन्सिक टीम के मौके से लिए नमूने की जांच से विस्फोटक पदार्थ मिलने की पुष्टि हुई है। दैनिक जागरण की खबर पर मुहर लगी है।
लोनी कोतवाली के उपनिरीक्षक उमेश कुमार ने बताया कि विस्फोट के चलते मकान जमीदोज होने की सूचना पर वह पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। मौके पर एनडीआरएफ की टीम, अग्निशमनकर्मी और पुलिसकर्मियों ने मलबे में दबी अलीना, अलीशा, शाइस्ता, नूरी, गीता, इमरान और महविस को अस्पताल ले जाया गया। अलीशा की लोनी में मौत हो गई। अन्य घायलों को जीटीबी रेफर कर दिया गया, जहां इमरान और अलीना की मौत हो गई। अन्य का इलाज चल रहा है।
स्थानीय लोगों ने पूछताछ में बताया कि मकान रूपनगर लोनी के रहीसू का है। ग्राम लूमयाना रमाला जिला बागपत के शारिक ने इसे किराये पर लिया था। जांच में मौके पर पटाखों मिले। इससे प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा है कि शारिक नाबालिग और महिलाओं से अवैध रूप से विस्फोटक पदार्थ से पटाखे बनवा रहा था।
काम के दौरान गैस सिलेन्डर फटने से मकान में रखे विस्फोटक पदार्थ व पटाखों में आग लगने से धमाका हो गया। मकान ढहने व झुलसे से यह सभी लोग घायल हुए।उनकी ओर से शारिक और अन्य अज्ञात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, किसी की चल अचल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, विस्फोटक अधिनियम की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है।