संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस ने बुधवार को जी20 शिखर सम्मेलन की भारत द्वारा की गई अध्यक्षता की सराहना की और रेखांकित किया कि नयी दिल्ली ने ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज का प्रतिनिधित्व करने और समूह के अपने सालभर के नेतृत्व के दौरान विकास के एजेंडे को चर्चा के केंद्र में रखने की पूरी कोशिश की।
गुतारेस ने हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन और भारत की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से अपनाए गए नयी दिल्ली घोषणापत्र को लेकर पीटीआई-भाषा के एक सवाल के जवाब में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मुझे भारत की अध्यक्षता का शुक्रिया करना चाहिए। भारत ने अध्यक्षता करते हुए दक्षिण का प्रतिनिधित्व करने और विकास के एजेंडे को जी20 की चर्चा के केंद्र में रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।”
गुतारेस ने कहा कि किसी को गांधी के उदाहरण को नहीं भूलना चाहिए। जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान गुतारेस ने भी महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की थी। गुतारेस ने यहां संवाददाता सम्मेलन में फलस्तीन को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जी20 के दौरान मैं भारत में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए भी गया था।
हमें गांधी का उदाहरण नहीं भूलना चाहिए।” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि फलस्तीनी लोगों को उनके सभी अधिकार मिलने चाहिए और द्वि-राष्ट्र समाधान के प्रयासों को कमतर करने की निंदा की जानी चाहिए।” गुतारेस ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हिंसा के जरिए फलस्तीनी अपने हितों की बेहतर ढंग से रक्षा कर पाएंगे।”