गुडग़ांव: सस्ती ज्वेलरी दिलाने के नाम पर 35 लाख रुपये की ठगी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए डीएलएफ फेज-4 क्राईम ब्रांच ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी उत्तर प्रदेश के होम गार्ड बुजुर्गों के साथ मिलकर लोगों को झांसे में लेकर उनसे लाखों रुपए ठग ले जाते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
दरअसल, बीती 3 सितंबर को एमजी रोड पुलिस को मनमोहन नामक व्यक्ति ने दी शिकायत में कहा कि करीब 2 साल पहले नरेंद्र राठौड़ नामक व्यक्ति से इसकी पहचान हुई थी। जिसने बताया था कि वह एमजी रोड पर एक ज्वेलरी की दुकान पर काम करता है। उसके मालिक शर्मा को काफी नुकसान हो गया जिसके कारण वह अपनी ज्वेलरी बेचना चाहता है। नरेंद्र ने मनमोहन को सस्ते रेट पर गोल्ड दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद नरेन्द्र ने उसे दिल्ली में शर्मा व एक अन्य व्यक्ति माथुर से मिलवाया।
26 अगस्त को शर्मा ने इसको दिल्ली में एक होटल में बुलाया, जहां पर 40 लाख की ज्वेलरी 35 लाख में लेने पर इनकी सहमति बनी। इसके बाद 31 दिसंबर को नरेंद्र राठौड़ उसके घर पर आया और वे 35 लाख रुपए लेकर सहारा मॉल एम.जी. रोड में चले गए। जहां पर शर्मा तथा माथुर मिले। शर्मा तथा नरेन्द्र इससे कैश लेकर गिनवाने के लिए ले गए। थोड़ी देर बाद नरेन्द्र एक बैग लेकर वापस आया और कहने लगा इस बैग में आपकी ज्वेलरी है। उसने कहा किज्वेलरी चैक करने के लिए शर्मा की दुकान पर चलते हैं। वह नरेंद्र के साथ शर्मा की दुकान की तरफ जा रहा था तो रास्ते में 4 व्यक्ति आए और नरेंद्र को रोककर उसको धमकाने लगे। उन्होंने मनमोहन से वहां से भाग जाने की धमकी दी। जिसके बाद वह डर गया और वहां से भाग गया।
बाद में उसे पता लगा कि नरेंद्र व उसके साथियों ने मिलकर साजिश के तहत इसको सस्ता गोल्ड दिलाने की कहानी बनाकर इससे 35 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया। मामले में जांच के बाद डीएलएफ फेज-4 क्राईम ब्रांच ने छह आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से काबू कर लिया। आरोपियों की पहचान मेरठ के अरविंद, गुलबीर, सेंसरपाल, मोहम्मद सलीम उर्फ शर्मा, सुंदर चौधरी और चूरू राजस्थान के नरेंद्र सिंह के रूप में हुई।