पटनाः संसद की विशेषाधिकार समिति ने 13 जुलाई को विपक्षी भाजपा के पटना में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल प्रयोग एवं प्रोटोकॉल के उल्लंघन के मामले में मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए बिहार के पुलिस महानिदेशक, पटना के जिलाधिकारी सहित सात अधिकारियों को 21 सितंबर को बुलाया है।
बिहार के महाराजगंज से भारतीय जनता पार्टी के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने इस मामले में 20 जुलाई को शिकायत की थी। लोकसभा सचिवालय की विशेषाधिकार एवं आचार शाखा की सूचना के अनुसार, विशेषाधिकार समिति के एजेंडे में कहा गया है कि समिति की अगली बैठक 21 सितंबर 2023 को होगी। इसमें कहा गया है कि 13 जुलाई 2023 को बिहार के पटना में पुलिस अधिकारियों और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सांसद सिग्रीवाल पर शारीरिक हमले के संबंध में उनके द्वारा दिए गए प्रोटोकॉल मानदंडों के उल्लंघन की 20 जुलाई की शिकायत के संबंध में निम्नलिखित अधिकारियों को मौखिक साक्ष्य के लिए बुलाया जाता है जिनमें पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी, जिला मजिस्ट्रेट पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक राजीव मिश्रा, एसओ पटना सिटी वैभव शर्मा, पटना एस.एस.पी काम्या मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक पटना और पटला सेंट्रल सदर के अनुमंडल पदाधिकारी खांडेकर श्रीकांत कुंडलिक शामिल हैं।
समिति की 30 अगस्त को हुई बैठक में भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने समिति के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत किए थे जिनमें घटना से जुड़े चित्र, समाचार पत्रों में छपी खबरों की कतरनें, वीडियो क्लिप आदि शामिल थे। बिहार की नीतीश कुमार सरकार की शिक्षक भर्ती नीति के विरोध में 13 जुलाई को राज्य विधानसभा की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे भाजपा नेताओं सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया था। इस दौरान कई नेताओं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं को चोटें आई थीं।