गणेशपुरी में शनिवार को पत्नी पूनम की हत्या करने के दौरान आवाज दबाने के लिए आरोपित अजय ने मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। ऊपर से तकिया रखकर दबा दिया। जिससे की पड़ोस में रहने वालों तक आवाज न जाए। फिर गला रेतकर फरार हो गया।
रिश्तेदार की बेटी पहुंची तो घटना का पता चला। पड़ोसी सरिता देवी की बेटी उनके कमरे में पहुंची तो उसने देखा कि मुंह में कपड़ा ठूंसा था। उसने नाक पर हाथ लगाकर देखा कि तो सांस नहीं चल रहा थी। गले पर घाव था।
पड़ोसी सरिता देवी ने बताया कि पूनम बहुत ही शांत स्वभाव की थी। सात सितंबर को ही वह गांव से यहां आई बच्चों के साथ आई थी। शनिवार सुबह सात बजे वह रिश्तेदार के घर से यहां आई थी। अजय सुबह सात बजे काम पर चला गया था। ससुर को जाना था तो वह खाना बना रही थी। नौ बजे अजय भी आग गया। ससुर और अजय दोनों को खाना खिलाया।
बच्चों को खाना खिलाया फिर वह रिश्तेदार के यहां चले गए। पूनम की उनसे काफी बात हुई। अजय के शराब पीने को लेकर उनसे पूनम ने चर्चा की थी। उन्होंने समझाया था कि धैर्य से काम लो और उसे समझाओ। इसके बाद वह कपड़े धोकर नहाने के बाद पूजा पाठ कर खाना खाने की बात कहकर गई। उन्हें लगा कि दोनों लोग कमरे में है। बाहर से पर्दा लगा हुआ था। बेटे के रोने पर जब रिश्तेदार की बेटी दीपक को लेकर पहुंची तो पता चला