पेशावर: पाकिस्तान के गंगशाद और काशमोर क्षेत्रों में डकैतों द्वारा फिरौती के लिए अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सदस्यों, विशेषकर व्यापारियों के अपहरण के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान बुधवार को पुलिस लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस की लाठियों से उनके सिर फूट गए, चीख-पुकार मच गआ और लोग लहूलुहान होकर सड़कों पर गिर पड़े। अब तक अगवा किए गए हिंदू लोगों में से केवल जगदीश कुमार, जयदीप और डॉ. मुनीर नाइच को ही बरामद किया गया है। अपहरण की घटनाओं के विरोध में आज कंधकोट शहर और काशमोर में पांचवें दिन भी पूर्ण बंद रहा और नवाबशाह, नौशहरोफिरोज, राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्करंद, नूरीबाद, काजी अहमद और गक्शशाद के अन्य शहरों में प्रदर्शन हुए।
धरने के कारण पांचवें दिन भी यातायात बाधित रहा, जिससे माल ट्रांसपोर्टरों को लाखों का नुकसान हुआ। प्रदर्शनकारियों ने काचा इलाके से डाकुओं का सफाया करने के लिए सैन्य अभियान चलाने की मांग की। जब प्रदर्शनकारी डकैतों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे तो पुलिस ने उन पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया।