पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ से ‘‘डर” गए हैं और इसी लिए उनकी सरकार देश का जिक्र करते समय इस शब्द का उपयोग करने से बच रही है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ के नाम से जी20 के रात्रिभोज के लिए निमंत्रण पत्र प्रेषित किए जाने को लेकर उठे विवाद के संबंध में संवाददाताओं के सवालों का जवाब दते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता ने कहा कि मोदी और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘भारत’ को प्राथमिकता देने पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि बहुदलीय गठबंधन ने ‘‘बढ़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया” को अपनाया है। तेजस्वी को विपक्षी गठबंधन की समन्वय समिति का सदस्य बनाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी बहुत डरे हुए हैं। मैं सोच रहा हूं कि वह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्ट अप इंडिया’ जैसी अपनी कई पहलों और कई योजनाओं का क्या करेंगे। अगर वह ‘इंडिया’ नाम रखने वाली हर संस्था का नाम बदलने की कवायद शुरू करते हैं तो इससे सरकारी खजाने पर एक राज्य की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के बराबर बोझ पड़ेगा।” 37 वर्षीय राजद नेता ने कहा, ‘‘मेरे विचार से यह एक व्यर्थ बहस है। वास्तव में इंडिया और भारत में कोई अंतर नहीं है। एक अंग्रेजी में देश का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, दूसरा हिंदी में।” तेजस्वी ने बिहार के ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के बीच प्रतिष्ठित दर्जा रखने वाले समाजवादी नेता जगदेव प्रसाद की पुण्य तिथि के अवसर पर राजद के राज्य मुख्यालय में आयोजित एक समारोह से यह कहा।
समारोह को संबोधित करते हुए, उपमुख्यमंत्री ने उनकी सरकार द्वारा किए गए जाति सर्वेक्षण के स्पष्ट विरोध के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना की। राजद नेता ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने इस कवायद को चुनौती देने के लिए सबसे पहले अपने समर्थकों के माध्यम से याचिकाएं दायर कीं। जब इससे काम नहीं बना तो उन्होंने जाति सर्वेक्षण को विफल करने के लिए भारत के सॉलिसिटर जनरल से एक हलफनामा दाखिल करवाया।” उन्होंने कहा, ‘‘हम पर जातिवाद का आरोप लगाया जा रहा है। मैंने अपनी जाति से बाहर शादी की है। दूसरी ओर भाजपा में अधिकांश लोग सामाजिक बाधाओं को पार करने में असहज महसूस करते हैं। पार्टी द्वारा शासित राज्यों में शादी के जुलूस के दौरान घोड़ी पर चढ़ने पर दलितों की पिटाई की जाती है।” भाजपा सरकार पर जाति आधारित आरक्षण का विरोध करने का आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘‘निजीकरण की उनकी आक्रामक कोशिश वंचितों के लिए आरक्षण ख़त्म करने की एक चाल मात्र है। रेलवे और सशस्त्र बल सबसे बड़े नियोक्ता रहे हैं। रेलवे को निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया गया है जबकि अग्निवीर की शुरूआत के साथ सशस्त्र बलों में शामिल होने वालों पर शीघ्र सेवानिवृत्ति पर जोर दिया गया है।” उन्होंने भरोसा जताया कि ‘इंडिया’ गठबंधन अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को हरा देगा।
राजद नेता ने लोगों से आग्रह किया कि वे ‘हिंदू-मुस्लिम द्वेष’ और संयुक्त विपक्ष की सफलता को लेकर (भाजपा के) प्रचार तंत्र द्वारा बोए जा रहे संदेह के बीज से सावधान रहें। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब से भाजपा के विरोधी दलों ने हाथ मिलाना शुरू किया है, तब से इस बात को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या ऐसा गठबंधन कायम रहेगा। अब जब गठबंधन मजबूती की ओर बढ़ रहा है, तो यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सीट बंटवारे में दिक्कतें आएंगी। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि कोई समस्या नहीं होगी और हम सभी एकजुट होकर लड़ेंगे।”