सागर जिले की खुरई विधानसभा की बरोदिया नैनागिर में दलित नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर सरेआम हत्या हुई थी जिसमें 12 से 15 लोगों के नाम सामने आए थे। पीड़ित परिवार की बेटी का आरोप है कि सभी आरोपियों के नाम रिपोर्ट में नहीं लिखे गए हैं। स्थानीय विधायक व मंत्री भूपेंद्र सिंह के इशारे पर आरोपियों को बचाया जा रहा है। मृतक की छोटी बहन का कहना है कि मेरी मां को सरेबाजार निर्वस्त्र कर पूरे बाजार में घुमाया गया और मुझे भी मारा पीटा गया उसके बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है।
सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने लिखित आवेदन देकर यह आश्वासन दिया था कि 2 दिन में आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चल जाएंगे एवं बाकी आरोपियों को नामजद कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
वही प्रेसवार्ता में मृतक की बहिन का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो पीड़ित परिवार आत्मदाह करने के लिए विवश रहेगा और इसकी जवाबदार सागर कलेक्टर दीपक आर्य होंगे। क्षेत्रीय विधायक मध्य प्रदेश शासन के मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे जब वह परिवार अपनी घायल मां का इलाज कराने के लिए सग्सर के बीएमसी (मेडिकल कालेज) में था और उसके चाचा और भाई चाचा और भाई नितिन अहिरवार की अस्थि विसर्जन के लिए गए हुए थे।
वही अहिरवार समाज के सभी सजातीय बन्धुओं ने निवेदन किया है कि सभी पत्रकार लोग उनकी न्याय की लड़ाई में साथ दे। पीड़ित परिवार का कहना है कि वे जिस तरह न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं क्या उन्हें न्याय नहीं मिलेगा। यही संविधान है यही कानून है क्या यही मध्य प्रदेश सरकार है जो लाडली बेटी लाडली बहना का नारा देती है।