मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष की पूर्ववर्ती सरकारों पर प्रहार करते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों ने राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण प्रदेश को लगातार पीछे धकेलने का काम किया। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गोमतीनगर के एक होटल में आयोजित भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया।
“नौकरशाही का ‘बैरियर'(अवरोधक) प्रदेश के विकास को कर रहा था बाधित”
CM योगी ने कहा कि वर्ष 2017 में सरकार बनते ही सबसे पहले फिक्की के एक कार्यक्रम में जाने का मौका मिला। उस समय समझ में नहीं आ रहा था कि कार्यक्रम में क्या बोलूं, क्योंकि उस समय सरकार और उद्योग जगत में विश्वास का अभाव था। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण प्रदेश को लगातार पीछे धकेलने का काम किया। उन्होंने कहा कि ‘‘नौकरशाही का ‘बैरियर'(अवरोधक) प्रदेश के विकास को बाधित कर रहा था। आज छह वर्षों के कार्यकाल में जो माहौल बना है ये उसी का नतीजा है कि फिक्की 38 वर्षों के बाद प्रदेश की राजधानी में अपने नेशनल एग्जीक्यूटिव के साथ बैठक करने जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश वास्तव में सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।
प्रदेश व्यापार सुगमता में चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है – CM योगी
CM योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में अंधकार के युग और बीमारू राज्य से उबर कर एक विकसित राज्य की ओर अग्रसर हो चुका है। अब वह दिन दूर नहीं जब उत्तर प्रदेश देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी का सकारात्मक योगदान हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश व्यापार सुगमता में चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है, जो सरकार की पिछले छह वर्षों में कार्य प्रगति की इच्छा दृष्टि को दर्शाता है। कानून-व्यवस्था की सराहना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रदेश में निवेश की सबसे पहली आवश्यकता होती है सुरक्षा की, जिसे हमारी सरकार ने भली भांति समझा। उसके नतीजे आज सभी के सामने हैं।
‘2017 से पहले जो MSME क्षेत्र दम तोड़ चुका था, वह आज बाजार में नए रूप में उभरा है’
मुख्यमंत्री ने कहा कि छह वर्ष पहले बैंक का सीडी (क्रेडिट-डेबिट) अनुपात 42 फीसदी था जबकि आज यह 56 फीसदी तक पहुंच चुका है। बहुत जल्द हम इसे 60 फीसदी तक ले जाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23′ में 36 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए, जो उत्तर प्रदेश के प्रति एक विश्वास का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले जो एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) क्षेत्र दम तोड़ चुका था, वह आज बाजार में नये रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लागू ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (एक जिला एक उत्पाद) योजना आज भारत सरकार की योजना बन गई है। इस योजना ने प्रदेश को विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित किया है।
‘प्रदेश का निर्यात करीब 2 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा’
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश का निर्यात करीब दो लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। कार्यक्रम में योगी ने फिक्की से जुड़े उद्योग जगत के लोगों से प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने प्रदेश की टीम के साथ मिल करके काम करने की बात कही। कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, फिक्की के अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा, महासचिव शैलेश पाठक समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।