कंडाघाट विकास खंड के ममलीग ग्राम पंचायत के जडौन में बादल फटने से हुए भूस्खलन से दो मकान जमींदोज हो गए। इसमें एक ही परिवार के चार बच्चों सहित सात लोगों की दबने से मौके पर ही मौत हो गई। एक महिला बुरी तरह घायल से हो गई जिसे उपचार के लिए सी.एच.सी. सायरी में भर्ती किया गया है। सोमवार सुबह करीब 3 बजे सेरीघाट-नेरी रोड पर बादल फटने से हुए भूस्खलन से जडौन गांव में भारी तबाही मच गई। पानी के सैलाब के साथ हुए भूस्खलन ने हरनाम सिंह के मकान के साथ दूसरे मकान के आधे हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। इससे इन दोनों घरों के अंदर गहरी नींद में सोए चार बच्चों सहित 7 लोगों को अपनी आंख खोलने का भी मौका नहीं मिला।
ग्रामीणों को जैसे ही सूचना मिली वह मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचने से पहले ही ग्रामीण 7 शवों को मलबे से बाहर निकाल चुके थे। भारी बारिश के कारण सभी सड़क मार्ग बंद थे। यही वजह थी ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया था। इस हादसे में मारे गए दोनों परिवारों के सदस्य आपस में रिश्तेदार थे। मृतक कमल किशोर मृतक हरनाम सिंह का जीजा था। हरनाम सिंह का पूरा परिवार इस हादसे में काल का ग्रास बन गया जबकि कमल किशोर की पत्नी कमलेश इसमें घायल हो गई जबकि पिता रतीराम व माताजी के साथ दूसरे भाई का परिवार भी उसी मकान में सोए हुए थे जो आधा मलबे की चपेट में आने से बच गया।
जानकारी के अनुसार हरनाम सिंह (38) पुत्र रतीराम, खेम लता (34) पत्नी हरनाम सिंह, राहुल (13) पुत्र हरमान सिंह, नेहा (11) पुत्री हरनाम सिंह, कमल किशोर (38) पुत्र भगत राम, गौरव (9) पुत्र कमल किशोर व रक्षा (12) पुत्री कमल किशोर की मौके पर ही मौत हो गई। कमलेश पत्नी कमल किशोर इस घटना में घायल हो गई।