देहरादून: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन के मलबे के नीचे दबकर गुजरात के तीन श्रद्धालुओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, मौसम विभाग के राज्य के छह जिलों में अगले कुछ दिन भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को लोगों, खासकर पर्यटकों को इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी। धामी ने बारिश से प्रभावित कोटद्वार क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को आपदाग्रस्त क्षेत्र में जल्द संपर्क बहाल करने के निर्देश दिए।
मलबे से निकाले गए पांच शव
रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फाटा क्षेत्र के तरसाली में भूस्खलन के मलबे के नीचे दबी एक कार में सवार पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, मरने वालों में गुजरात के तीन श्रद्धालु और हरिद्वार का एक निवासी शामिल है, जबकि पांचवें शख्स की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीम ने गुरुवार रात भूस्खलन के मलबे में एक कार के दबे होने की सूचना मिलने पर बचाव एवं राहत अभियान चलाया। हालांकि, बारिश के कारण अभियान चलाने में दिक्कतें आईं। शुक्रवार सुबह बारिश रुकने के बाद बोल्डर को हटाए जाने पर मलबे में दबी कार के अंदर से पांच शवों को निकाला गया। पुलिस के अनुसार, फाटा से सोनप्रयाग की तरफ जा रही कार पहाड़ से हुए भूस्खलन की चपेट में आ गई।
मुख्यमंत्री ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का किया स्थलीय निरीक्षण
उधर, मुख्यमंत्री ने पौड़ी जिले के कोटद्वार के आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को आपदाग्रस्त क्षेत्र में बाधित हुए सड़क संपर्क को युद्धस्तर पर बहाल करने तथा प्रभावितों को जरूरी सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष और स्थानीय विधायक रितु खंडूरी भी उनके साथ मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने गाड़ीघाटी में क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण करते हुए पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान को इसकी जल्द मरम्मत करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कोटद्वार और भाबर को जोड़ने वाले मालन नदी पर बने वैकल्पिक पुल का भी निरीक्षण किया। देहरादून मौसम केंद्र के पूर्वानुमान में टिहरी, देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर जिले में शुक्रवार के लिए बारिश का ‘आरेंज’ अलर्ट और अगले तीन दिन यानी 12 से 14 अगस्त तक के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया है।