इंदौर की भंवरकुआं पुलिस ने हार्डवेयर व्यवसायी के साथ हुई लूट का खुलासा किया है। फरियादी ने ही अपने लड़कों के साथ मिलकर फर्जी लूट की कराई थी। दरअसल, व्यापारी को शेयर मार्केट में घाटा हुआ था जिसका कर्जा ना चुकाने के लिए उसने स्वंय लूट का षडयंत्र रचा था। घटना में उपयोग की गई मोटरसाईकल और लूट के कुल 7 लाख 20 हजार रुपये पुलिस ने जब्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, 8 अगस्त को हाटपिपलिया जिला देवास के हार्डवेयर के व्यवसायी प्रशांत अग्रवाल उम्र 55 साल निवासी हाटपिपलिया जिला देवास के साथ 2 अज्ञात लकड़ों द्वारा बैग छीनने की घटना नेमावर रोड पालदा इंदौर में हुई थी, जहां लूट की पूरी घटना क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी जिसकी शिकायत फरियादी ने भंवरकुआं थाने पर की। प्रशांत अग्रवाल के साथ हुई लूट की घटना में पुलिस को संदेह प्रतीत हो रहा था। फरियादी प्रशांत अग्रवाल उसके लड़के योगेश अग्रवाल, अमन अग्रवाल से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो फरियादी प्रशांत अग्रवाल के लड़के योगेश अग्रवाल ने बताया कि शेयर मार्केट में 2 करोड़ का घाटा हुआ और इंदौर के जिन व्यवसायी को रुपये देना था उन्हें रुपये ना देना पड़े इस कारण 8 अगस्त को सुबह अपने घर पर योजना बनाई थी।
योजना के मुताबिक प्रशात अग्रवाल रुपयों से भरा बैग लेकर मोटरसाईकल से अपने घर से निकला और उनके पीछे दो लड़के योगेश अग्रवाल और अमन अग्रवाल दूसरी मोटरसाईकल पर निकले और नेमावर रोड पालदा इंदौर पर दोनों लडके योगेश अग्रवाल और अमन अग्रवाल ने प्रशांत अग्रवाल की मोटरसाईकल से बैग उठा लिया और भाग गये थे। प्रशांत अग्रवाल ने जिनको रुपये देना थे, उनको फोन लगाकर बोला कि मेरे साथ लूट की घटना हो गई है, और दोनों लड़के वापस अपने घर चले गए और रुपये घर रखकर वापस अपनी कार से इंदौर आ गए, जिसके बाद पुलिस ने जांच की जिससे पुलिस ने सीटीटीवी कैमरा देखे तो घटना सही लगी। तीनों के द्वारा षडयंत्र के तहत घटना की। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। प्रशांत अग्रवाल ने लूट में 3 लाख रुपये का उल्लेख किया जबकि वह अपने साथ 7 लाख 20 हजार रुपये लिए थे। उक्त घटना में 7 लाख 20 हजार व मोटरसाईकल पुलिस ने जब्त किया।