लखनऊः मोदी सरनेम प्रकरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘जीत’ से देश भर के कांग्रेस कार्यालयों में जश्न का माहौल है। इस बीच, कांग्रेसियों के बीच यह सवाल भी उठ रहा है कि राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव पार्टी का गढ़ रहे अमेठी लोकसभा सीट की राजनीतिक लड़ाई भी जीत सकेंगे या नहीं। वजह यह है कि अभी तक अमेठी से नई उम्मीदवारी को लेकर मंथन चल रहा था लेकिन नए घटनाक्रम ने इस चर्चा पर रोक लगा दी है। अब अमेठी से राहुल का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
राहुल गांधी को लेकर क्या कह रहे कांग्रेस नेता
लोकसभा से सदस्यता चले जाने व चुनाव लड़ने से अयोग्य होने पर यह माना जा रहा था कि अमेठी लोकसभा सीट पर इस बार नया उम्मीदवार उतारा जाएगा। चुनाव की रणनीति बनाने में लगी कांग्रेस की बैठकों में इस पर चर्चा भी हो रही थी। कई नेताओं के नामों पर मंथन चल रहा था, पर ‘मोदी सरनेम’ प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस को इस माथापच्ची से राहत मिल गई है। वजह यह है कि अब अमेठी के लिए पार्टी को कोई नया प्रत्याशी नहीं तलाशना पड़ेगा। पार्टी के नेता कह रहे हैं कि अब अमेठी से निश्चित तौर पर राहुल गांधी ही चुनाव लड़ेंगे, एसे में उनकी भविष्य में जीत-हार पर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
तीन बार जीत हासिल कर चुके हैं राहुल गांधी
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव राहुल गांधी ने दो सीटों अमेठी व केरल की वायनाड से लड़ी थी। वायनाड सीट पर जीत हासिल हुई थी, जो अमेठी में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, हार का अंतर बहुत कम था। स्मृति ईरानी को 4.68,514 मत मिले थे, वहीं 6+राहुल गांधी को 4, 13,394 मत पर मिल सके थे। हालांकि, इससे पहले 2014 के चुनाव में राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी को हरा दिया था। वहीं, 2009 में बसपा के आशीष शुक्ला को हराकर राहुल गांधी ने सीट हासिल की थी। इसी तरह, 2004 के चुनाव में भी राहुल गांधी ने बसपा के चन्द्र प्रकाश मिश्रा को हराया था, जबकि 1999 के चुनाव में सोनिया गांधी ने भाजपा के संजय सिंह को हराया था।