जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में सोमवार सुबह फाय¨रग कर चार लोगों की जान लेने वाले आरोपित आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति मिली थी।
उसकी 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई भी रतलाम में हुई थी। उसके पिता आरपीएफ में ही महू में पदस्थ थे। उनके निधन पर चेतन सिंह को अनुकंपा नियुक्ति मिली और उसे रतलाम रेल मंडल के उज्जैन में पदस्थ किया गया था। तीन-चार वर्ष यहां सेवाएं देने के बाद उसका स्थानांतरण गुजरात के भावनगर कर दिया गया था।
कुछ समय पहले ही उसे परेल (मुंबई) स्थानांतरित किया गया था। घटना की सूचना के बाद रतलाम पुलिस ने भी उसके बारे में जानकारी जुटाई है। पुलिस के अनुसार चेतन सिंह के परिवार का मकान अंबिका नगर क्षेत्र में था। उसे जानने वालों का कहना है कि करीब 11 वर्ष पहले उसकी मां मकान बेचकर मथुरा शिफ्ट हो गई थीं। वह फुटबाल का अच्छा खिलाड़ी है और रेलवे के खेल कार्यक्रमों में शामिल होने यहां आता था।
औद्योगिक क्षेत्र थाने के प्रभारी राजेंद्र वर्मा सोमवार रात चेतन सिंह के अंबिका नगर स्थित पुराने घर पहुंचे तो पता चला कि अब वह या उसके परिवार को कोई भी सदस्य यहां नहीं रहता है। पुलिस को यह भी बताया गया कि उसकी मां घर बेचकर जा चुकी है। वह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का रहने वाला है।