सहरसा: बिहार के सहरसा जिले के महिषी थाना क्षेत्र के महिसरहो गांव में एक नवनिर्मित शौचालय टैंक की सफाई करने के लिए उसमें उतरे मकान मालिक सहित चार लोगों की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई। सदर अनुमंडल पदाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने बताया की चारों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि चारों की संभवत: मीथेन जैसी जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई।
झा के मुताबिक, मृतकों के परिजनों को मुआवजा राशि देने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि घटना में मरने वालों में मकान मालिक कैलाश चौधरी (55) शामिल है, जो राज मिस्त्री का काम करता था और अन्य मजदूरों के साथ अपने घर के नवनिर्मित शौचालय टैंक की सफाई करने के लिए उसमें उतरा था। झा के अनुसार, अन्य मृतकों की पहचान शंभू साह (45), अशर्फी साह (65) और सुशील कुमार (25) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि शौचालय टैंक से निकली जहरीली गैस की चपेट में आए चारों मृतक महिसरहो गांव के रहने वाले थे। पुलिस के मुताबिक, “कैलाश चौधरी के साथ सोमवार शाम मजदूर एक-एक कर सीढ़ी के जरिए शौचालय टैंक की सफाई करने के लिए उसमें उतरे थे।
काफी देर तक अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर एक अन्य मजदूर राजकुमार चौधरी भी शौचालय टैंक में उतरने लगा, तो उसने चारों मजदूरों को छटपटाते देख शोर मचाया। मौके पर पहुंचे लोगों ने टैंक की दीवार तोड़कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला।” घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे अंचल अधिकारी अनिल कुमार और थाना अध्यक्ष शिव शंकर कुमार ने चारों को महिषी अस्पताल भेजा, जहां चिकित्सक ने उनमें से तीन को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, एक मजदूर को बेहतर इलाज के लिए सहरसा ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। वहीं एक अन्य मजदूर की हालत गंभीर है।