दिल्ली के लिबासपुर के अंबे गार्डन स्थित प्लास्टिक के बैग बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगने से कर्मचारी की मौत हो गई। उसका शव मंगलवार को फैक्ट्री के अंदर से जला हुआ बरामद हुआ है। डबलू यादव मूल रूप से बिहार के बांका जिले के बोरा गांव के रहने वाले थे व दिल्ली में स्वरूप नगर के में रहते थे। सोमवार सुबह आग लगने के बाद से वह लापता थे।
फैक्ट्री में जला हुआ शव होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फैक्ट्री मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त रवि सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह समयपुर बादली थाना पुलिस को फैक्ट्री में आग लगने की जानकारी मिली थी। इस दौरान दिनेश कुमार, जितेंद्र कुमार, राकेश व सिरसपुर की सुभिता को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। तीन घायलों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। वहीं, घायल सुभिता को एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
कूलिंग के बाद मंगलवार सुबह तलाशी अभियान के दौरान डबलू का शव जला हुआ मिला। शुरुआती जांच में पता चला है कि फैक्ट्री में आग खराब वायरिंग के कारण हुए शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। इस मामले में बादली थाना में फैक्ट्री के मालिक 42 वर्षीय अरुण जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।