नैनीताल: उत्तराखंड के हल्द्वानी में कुछ दिन पहले सामने आई सनसनीखेज घटना में कोबरा सांप से डसवा कर अपने प्रेमी की हत्या करने वाली प्रेमिका को पुलिस ने उसके साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इस काम में उसका साथ देने वाली नौकरानी और उसका पति फरार बताए जा रहे हैं।
कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नीलेश आनंद भरणे और नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पकंज भट्ट ने रविवार को हल्द्वानी में दोनों की गिरफ्तारी को लेकर की गयी प्रेसवार्ता खुलासा करते हुए कहा कि विगत 15 जुलाई को हल्द्वानी के रामबाग कालोनी, रामपुर रोड निवासी होटल व्यवसायी अंकित चौहान अचेत अवस्था में अपनी कार में पाए गए थे। कार तीनपानी रोड पर सुनसान जगह पर खड़ी थी। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि अंकित की मौत सर्पदंश के चलते हुई है।
दोनों पांवों में सर्पदंश के निशान मौजूद थे। इसके बाद पुलिस ने अंकित की बहिन ईशा चौहान की शिकायत पर 18 जुलाई को अभियोग पंजीकृत जांच शुरू कर दी। पुलिस को पता चला कि अंकित का गोरापड़ाव की रहने वाली माही नामक लड़की के घर आना जाना था। जांच टीम जब मामले की गहराई में गई तो पुलिस ने माही के घर आने जाने वाले रामनाथ नामक सपेरा को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी। सपेरे ने पुलिस को बताया कि माही और अंकित में कुछ समय से नजदीकियां बढ़ गई थीं। वह हर शनिवार को माही के घर जाता था और वहीं रहता था। यह बात माही के पूर्व प्रेमी दीपू कांडपाल को नागवार गुजर रहा था। यह भी पता चला कि अंकित माही के साथ शराब पीकर झगड़ा करता था। इससे परेशान होकर दीपू कांडपाल और माही ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। सपेरा ने अंकित को रास्ते से हटाने के लिये सांप से डसवाने की बात कही।
माही इसके लिए राजी हो गई और संपेरे को सांप पकड़ने की जिम्मेदारी सौंप दी। छह जुलाई को सपेरा ने हल्द्वानी में एक दुकान में घुसे कोबरा सांप को पकड़ लिया और अपने पास रख लिया। साथ ही माही को इसकी सूचना दे दी। पुलिस के अनुसार सपेरा का भी माही के घर आना जाना था। घटनाक्रम के अनुसार के दिन 14 जुलाई को माही ने अंकित को फोन कर बीयर पिलाने की बात कही। अंकित ने हामी भर ली और वह शाम को माही के घर पहुंच गया। योजना के मुताबिक सपेरा भी सांप लेकर माही के घर पहुंच गया और माही की नौकरानी ऊषा और उसका पति रामवतार सपेरे के साथ एक कमरे में छिप गए। सर्वप्रथम माही ने अंकित को पानी के साथ नींद की गोलियां दे दी। अंकित जब मूछिर्त होने लगा तो दीपू कांडपाल ने उस पर कंबल डाल दिया और संपेरे ने उसके दोनों पांवों पर कोबरा से डसवा दिया। इसके बाद आरोपी अंकित को उसकी कार में डाल कर काठगोदाम ठिकाने लगाने के लिये ले गये लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए। बाद में आरोपी कार को तीनपानी में सुनसान जगह पर छोड़ कर फरार हो गये। इसके बाद पांचों आरोपी टैक्सी से दिल्ली भाग गए। अगले दिन माही और दीपू कांडपाल नौकरानी के गांव पीलीभीत आ गये और सपेरा बहेड़ी अपने गांव चला गया। अगले दिन माही और दीपू कांडपाल पुन: दिल्ली चले गए। इस दौरान उन्हें सपेरा रामनाथ की गिरफ्तारी की खबर मिली। इसी बीच पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी और हल्द्वानी पुलिस की संयुक्त रूप से चार टीमें बनाईं।
चारों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की गयी। पुलिस से बचने के लिये आरेापियों ने अदालत में सरेंडर करने की योजना बनाई और इसके लिए वह दिल्ली से रुद्रपुर आ रहे थे। पुलिस ने दोनों को रुद्रपुर के एएन झा इंटर कालेज के पास गिरफ्तार कर लिया। पुलिस माही की नौकरानी और उसके पति की तलाश में जुटी है। आईजी और एसएसपी की ओर से चारों के गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग रूप से 50 हजार और 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।