दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को दो अंतरराज्यीय अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली ने आरोपितों के पास से 32 बोर की 12 सेमी-ऑटोमेटिक पिस्तौलें बरामद की हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, स्पेशल सेल ने दिल्ली में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस को 12 सेमी की ऑटोमेटिक पिस्तौलें बरामद की हैं।
एमपी के तस्कर से खरीदते थे हथियार
आरोपितों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि दोनों आरोपितों ने यह हथियार मध्य प्रदेश स्थित एक तस्कर से खरीदे थे, जिन्हें दिल्ली और पंजाब के बदमाशों को बेचा जाना था।
इससे पहले 17 जुलाई को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने एक अंतरराज्यीय अवैध हथियारों के सिंडिकेट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके पास से कुल 15 अच्छी गुणवत्ता वाली पिस्तौलें बरामद कीं थीं।
जानकारी के अनुसार, तीनों मध्य प्रदेश स्थित हथियार तस्कर से पिस्तौल खरीदते थे और दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में अपराधियों को आपूर्ति करते थे। तीनों लोगों की पहचान 21 वर्षीय प्रशांत मीना निवासी धौलपुर, 27 वर्षीय कमल मीना निवासी धौलपुर और 23 वर्षीय गगन सारस्वत निवासी मथुरा (यूपी) के रूप में हुई है।
वहीं, जांच में यह भी पता चला कि प्रशांत मीणा का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, जिसमें यूपी और राजस्थान में हथियार तस्करी के चार और हत्या के प्रयास का एक मामला शामिल है। कमल मीना पहले राजस्थान में एनडीपीएस अधिनियम के तहत दो मामलों में शामिल है।
बरामद हथियारों में नौ अर्ध-स्वचालित पिस्तौल (32 बोर) के साथ 18 मैगजीन और छह सिंगल-शॉट पिस्तौल शामिल हैं। स्पेशल सेल/एसआर के पास सूचना थी कि दिल्ली/एनसीआर में गैंगस्टर और कट्टर अपराधी एमपी स्थित हथियार आपूर्तिकर्ताओं से अत्याधुनिक हथियार खरीद रहे हैं।
चार महीने से अधिक समय तक निरंतर प्रयासों के बाद इस अंतरराज्यीय हथियार सिंडिकेट के कुछ सदस्यों की पहचान की गई और उनका पता लगाया गया। पूछताछ में पता चला कि पिस्तौलें एमपी के खरगोन में एक हथियार सप्लायर से खरीदी गई थीं और दिल्ली/एनसीआर, यूपी, पंजाब और राजस्थान में अपराधियों को सप्लाई की जानी थीं।
दो साल में ला चुके हैं तीन सौ से ज्यादा पिस्तौल
आरोपियों ने यह भी खुलासा किया कि वह सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल आठ हजार रुपये, सिंगल शॉट पिस्तौल ढाई हजार में एमपी से रुपये में खरीदते थे। साथ ही बदमाशों ने बताया कि वह सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल को दिल्ली सहित अन्य राज्यों में 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे। उन्होंने आगे खुलासा किया कि वे पिछले दो वर्षों के दौरान मध्य प्रदेश से लगभग 300 पिस्तौल लाए थे और उन्हें दिल्ली/एनसीआर, पंजाब, राजस्थान और यूपी के अपराधियों को आपूर्ति की थी।