सतना विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट चाहने वालों की एक सूची दिनभर वायरल होती रही, लगभग दो दर्जन से ज्यादा नामों वाली है सूची दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। पहला तो टिकट के दावेदारों के नामों को लेकर दूसरा उसमें शामिल कुछ नामों को लेकर। कहा तो यह जा रहा है कि सूची में कुछ नाम ऐसे भी शामिल है जिन्हें साल भर पहले हुए नगरीय निकाय के चुनाव में पार्टी के पार्षद का टिकट देने के लायक नहीं समझा था। हालांकि कुछ नाम ऐसे भी हैं जो वास्तव में टिकट की दौड़ में शामिल हैं। बहरहाल सोशल मीडिया में वायरल हुई सूची में से किसे टिकट मिलेगा यह तो भविष्य के गर्त में है, लेकिन वायरल सूची में वर्तमान महापौर से लेकर पूर्व महापौर वर्तमान पार्षद से लेकर पूर्व पार्षद तक के नाम शामिल हैं।
शंकर लाल तिवारी (पूर्व विधायक)
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी इस दौड़ में काफ़ी प्रमुख हैं। तीन बार का विधानसभा का उनका तजुर्बा है, लेकिन भाजपा में शंकरलाल तिवारी की उम्र उनके रास्ते पर रुकावट बन सकती है।
योगेश ताम्रकार (महापौर सतना)
भाजपा के वर्तमान महापौर योगेश ताम्रकार इस दौड़ में पीछे नहीं है। संगठन में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं और भाजपा का एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला उनके लिए अड़चन पैदा कर सकता है, हालांकि कुछ समय पहले संगठन में ज्यादा समय न दे पाने का हवाला देते हुए योगेश ताम्रकार ने भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके लिए वापस से संगठन का भरोसा जीतना काफी मुश्किल होगा।
रत्नेश पांडे (एवरेस्ट विजेता एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही)
इन नामों में से सबसे महत्वपूर्ण एक नाम ऐसा भी है जो सुर्खियां बटोर रहा है, एवरेस्ट विजेता अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही रत्नेश पांडे का नाम सुर्खियों पर है, रत्नेश पांडे ने तीन अप्रैल को बीजेपी का दामन थामा है, अब वे सतना सीट के लिए टिकट के प्रमुख दावेदार हैं। रत्नेश पांडे सतना के स्वच्छ भारत अभियान एवं नगर निगम सतना के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। कुछ समय पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद बीडी शर्मा के हाथों रत्नेश ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी, वहीं युवाओं में भी इनकी जमीनी स्तर पर अच्छी खासी पकड़ है। साथ ही भाजपा के विश्वस्त सूत्रों के द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि भाजपा के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं रत्नेश, अगर रत्नेश पर भाजपा ने दाव लगाया तो निश्चित तौर पर भाजपा की सफलता के लिए यह बड़ा कदम होगा।
ममता पांडे (पूर्व महापौर)
यदि भाजपा महिला चेहरे पर दांव खेलती है तो ममता पांडे का नाम काफी प्रमुख है। महापौर कार्यकाल के दौरान दबंग छवि एवं उमा भारती से नजदीकियों का फायदा उन्हें मिल सकता है। सीधी कांड के बाद भाजपा भी बैकफुट में है। सामान्य वर्ग को साधने के लिए खासतौर से ब्राह्मण, भाजपा इन चेहरों पर दांव खेल सकती है।
इनकी दावेदारी भी आई सामने
दावेदरों की सूची में जिनके नाम सामने आए उनमें महापौर योगेश ताम्रकार, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी, एवरेस्ट विजेता एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही रत्नेश पाण्डेय, पूर्व महापौर ममता पांडे, लक्ष्मी यादव, विनोद तिवारी, नरेंद्र त्रिपाठी, अरुण द्विवेदी, शिवा चतुर्वेदी, भास्कर चतुर्वेदी, विमला पांडे, अंजू सिंह, मनीषा सिंह, नीता सोनी, सीमा यादव, पुष्पेंद्र सिंह, धर्मेद्र बराज, उमेश प्रताप सिंह, अंशु तिवारी, भगवती पाण्डेय, विनोद यादव, सतीश सुखेजा, श्रीराम मिश्रा, राजा तिवारी, नीरज शुक्ला सहित अन्य नामों की भी चर्चा रही।