पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में बाढ़ के भयावह हालात पर गहरी चिंता जाहिर की है। बाढ़ग्रस्त जिलों का दौरा करने के बाद चंडीगढ़ पहुंचे हुड्डा ने अपने अनुभव पत्रकारों के साथ सांझा किए। उन्होंने बताया कि निश्चित ही भारी बारिश की वजह से आपदा की स्थिति पैदा हुई है। लेकिन इसमें बीजेपी-जेजेपी सरकार की नाकामी भी साफ दिखाई पड़ती है। क्योंकि इस बार पहले से ही ज्यादा बारिश की आशंका जताई जा रही थी। बावजूद इसके सरकार ने इससे निपटने के लिए पहले से उचित तैयारी नहीं की।
हुड्डा ने पूछा कि फ्लड कंट्रोल बोर्ड की बैठक हुई या नहीं हुई? उसमें क्या फैसले लिए गए? उन फैसलों को जमीनी स्तर पर कैसे लागू किया गया? बाढ़ पर काबू पाने के लिए मिलने वाला बजट कहां खर्च हुआ? जनता को इसका कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है। जबकि हर बरसाती मौसम से पहले सरकार की जिम्मेदारी होती है कि सबसे पहले ड्रेन्स और सीवरेज की सफाई करवाए। साथ ही नदी में तटबंधों को मजबूत किया जाए। लेकिन लोगों ने बताया कि सरकार की तरफ से कहीं ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया।
यहां तक कि कांग्रेस सरकार के दौरान शुरू की गई दादूपुर-नलवी नहर को भी बीजेपी ने सत्ता में आते ही बंद कर दिया। दादूपूर नलवी नहर के नहीं होने की वजह से भी उत्तर हरियाणा का बड़ा हिस्सा बाढ़ की चपेट में आया है। इतना ही नहीं, नदियों में अवैध खनन भी बाढ़ की बड़ी वजह बना है। क्योंकि सरकार के संरक्षण में काम कर रहे अवैध खनन माफिया ने इस कदर नदियों को खोद डाला कि उनके बहाव की दिशा बदलकर कॉलोनी व शहरों की तरफ हो गई। जाहिर है जब नदी-नाले अपना रास्ता बदल लेंगे तो रिहायशी इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ेगा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार को अब किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतनी चाहिए। जल निकासी के लिए दिन-रात युद्ध स्तर पर काम करने की जरूरत है। साथ ही इस बाढ़ की वजह से किसानों की लाखों एकड़ फसल पानी में डूब गई है, हजारों मकानों को भी नुकसान हुआ है। प्रत्येक दुकानदार को लाखों और उद्योगों को करोड़ों का घाटा उठाना पड़ा है। ऐसे में लोगों को हुए नुकसान का आंकलन करके सरकार को जल्द से जल्द उन्हें उचित मुआवजा देना चाहिए। सरकार द्वारा घोषित मृतकों के परिवारों को मिलने वाली राशि में भी बढ़ोतरी की जानी चाहिए। बाढ़ से बेहाल हरियाणा के इस मुद्दे को लेकर हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को महामहिम राज्यपाल से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपेगा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मौके पर उन लोगों की जमकर सराहना की जो मुश्किल की इस घड़ी में मदद के लिए आगे आ रहे हैं। गुरुद्वारों से लगातार लंगर सेवा की जा रही है और किसान अपने ट्रैक्टरों पर बाढ़ ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों को निकालने में लगे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव व राहत कार्य में सक्रिय हैं। ये तमाम लोग भाईचारे और इंसानियत का बेहतरीन उदाहरण पेश कर रहे हैं। मुश्किल वक्त में सभी को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।