पटनाः भाजपा के विधानसभा घेराव में गए जहानाबाद के विजय सिंह की मौत हो गई है। पुलिस लाठीचार्ज के दौरान उन्हें चोट लगने की बात कही जा रही है। जिसको लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मृतक विजय सिंह के साथी भरत प्रसाद चन्द्रवंशी के बयान के आधार पर इलाक़े के सीसीटीवी की जाँच की गयी। सीसीटीवी से यह पता चला है कि विजय सिंह अपराह्न 13:22 बजे गांधी मैदान पटना के जेपी गोलम्बर से निबंधन कार्यालय, छज्जूबाग की तरफ जा रहे हैं, जो डाँकबंगला रोड से अलग है। 13:27 बजे अपराह्न उसी रास्ते में दुर्गा अपार्टमेन्ट के सामने खाली रिक्शा दिखता है, इसी रिक्शा से वे 13:32 बजे अपराह्ण तारा हॉस्पीटल पहुँचते हैं। घटना स्थल दुर्गा अपार्टमेंट के निकट से तारा हॉस्पीटल जाने में रिक्शा से लगभग 05 मिनट का समय लगता है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि विजय सिंह के साथ घटना 13:22 से 13:27 बजे के बीच छज्जूबाग क्षेत्र में ही हुई है। इस बीच वे डाकबंगला पहुँच भी नहीं सकते थे, जहाँ पर भीड़ को तीतर बितर करने के लिए (लगभग 13 बजे) हल्का बल प्रयोग हुआ था। छज्जूबाग क्षेत्र में कोई पुलिस बल नहीं था। यद्यपि छज्जूबाग में उक्त घटना स्थल सी.सी.टी.वी. कैमरा से आच्छादित नहीं पाया गया, परंतु उससे 50 मीटर पहले कैमरा में उनका आवागमन दिख रहा है। अतः इससे यह स्पष्ट होता है की विजय सिंह की मृत्यु पुलिस के लाठी चार्ज से नहीं हुई है। उनके शरीर पर कोई चोट का निशान भी नहीं पाया गया है। मृत्यु का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
विजय सिंह की मौत कैसे हुई, पोस्टमार्टम से पता चलेगा
PMCH के सुपरिटेंडेंट डॉ. आईएस ठाकुर ने कहा है कि वो दोपहर 1:59 बजे बेहोशी की हालत में यहां आए थे। उनको कोई बाहरी चोट नहीं थी। हमने पहले वेंटिलेटर पर रखा, लेकिन जब लगा कि नहीं बच सकेंगे तो फिर 3 बजे के करीब उनको मृत घोषित कर दिया गया। उनके मौत की वजह पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगी।